राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल (baba mahakal) के धाम में होली पर्व के बाद रंगपंचमी (rang panchami) पर धूम दिखाई दी. अल सुबह होने वाली भस्मार्ती के दौरान अल सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खुलते ही भगवान को जल से स्नान करवाया गया, पंचाभिषेक हुआ. बाबा और भक्तों ने पुजारियों के माध्यम से करीब 5 क्विंटल टेसू के फूलों से बने केसरिया रंग से मंदिर के गर्भ गृह, नंदी हॉल, गणेश व कार्तिक मंडपम में खूब होली खेली.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महाकाल मंदिर से 10 बजे निकलेगी गेर
होली खेलने के बाद बाबा का श्रृंगार किया गया. जिसमें भांग, चंदन, आभूषण के साथ सुगंधित पुष्प अर्पित कर शेष नाग, रजत जड़ी रुद्राक्ष माला पहना कर मनमोहक रूप दिया गया. फल मिष्ठान का भोग भी बाबा को लगाया गया. अब नगर में 10 बजे श्री महाकाल मंदिर से गेर और शाम में भगवान वीर भद्र की सवारी देखने को मिलेगी. गौरतलब है कि मान्यता अनुसार सनातन धर्म मे हर एक पर्व को सबसे पहले बाबा महाकाल के धाम में भस्मारती (bhasma aarti) के दौरान मनाया जाता है और बड़ी संख्या में अल सुबह भक्त बाबा के धाम पहुंच पर्व को बाबा के साथ मनाने का आनंद लेते है. होली के बाद रंगपंचमी पर ये आनंद देखा गया.


रंग गुलाल से किया जाएगा स्वागत
महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि गेर महाकालेश्वर मंदिर मुख्य द्वार से प्रातः 10 बजे प्रारंभ होकर गुदरी चौराहा, पटनी बाजार होते हुए गोपाल मंदिर तक निकाली जाएगी. गेर का शुभारंभ ध्वज पुजन कर किया जाएगा, गेर में फायर फायटर, पानी के टैंकर द्वारा पानी की बौछार की जाएगी तथा हर्बल रंगो का उपयोग किया जाएगा. गेर में शामिल नागरिकों का रंग गुलाल से स्वागत किया जाएगा, गेर में विभिन्न समाज, सामाजिक संस्था, संगठनों द्वारा सहभागिता की जाएगी एवं गेर का स्वागत किया जाएगा.वहीं निगम आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने बताया कि नगर गेर के सफल संचालन एवं आयोजन हेतु जिला प्रशासन से तथा गेर में किसी भी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन से भी सहयोग लिया जा रहा है. यह नगर का सौहार्द पूर्ण उत्सव है. इसलिए नगरिकों से विनम्र अपील है कि किसी भी तरह का नशा आदि कर गेर में शामिल ना हो.


ये भी पढ़ेंः MP BJP: उमा भारती ने CM शिवराज पर बरसाए फूल, जानिए किस बात को लेकर खुश हुई दीदी