Regional Industrial Conclave: उज्जैन इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव की सफलता के बाद मध्य प्रदेश में अब 6 रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव होने जा रहे हैं. 20 जुलाई को जबलपुर में इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव होगी. इसके बाद ऐसे ही 5 कॉन्क्लेव अलग-अलग शहरों में आयोजित किए जाएंगे. यही नहीं अनिल अंबानी और आनंद महिंद्र जैसे उद्योगपतियों ने निवेश को लेकर मध्य प्रदेश में रुचि दिखाई है. ये उद्योगपति राज्य में करोड़ों के निवेश के लिए तैयार हैं.


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मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अनिल अंबानी ने जबलपुर में डिफेंस क्षेत्र में रुचि दिखाई है. इसके अलावा महिंद्रा ग्रुप ने बांधवगढ़ उमरिया क्षेत्र में काम करने की इच्छा जताई है. अगस्त में ग्वालियर में कॉन्क्लेव होगी. सीएम ने कहा कि जब प्रदेश में निवेश आएगा तो प्रदेश की आर्थिक समृद्धि भी बढ़ेगी. मुंबई में उद्योगपतियों के साथ बैठक हुई है. उन्हें 20 जुलाई को होने वाली रीजनल कॉन्क्लेव के लिए बुलाया है. अगस्त में ग्वालियर और फिर सागर में होने वाली रीजनल कॉन्क्लेव के लिए भी उद्योगपतियों ने प्रस्ताव रखे हैं.


1500 निवेशकों ने दिखाई रुचि
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम निवेशकों से यहीं मैन्युफैक्चरिंग करने की बात कर रहे हैं. जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में 1500 निवेशकों ने रुचि दिखाए हैं. इसमें ताईवान और मलेशिया के उद्योगपति भी शामिल हैं. कॉन्क्लेव में 70 प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास होगा. इनमें 1222 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है. अक्टूबर में रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होगी.


इस जिले के लिए भी आए प्रस्ताव
इंडस्ट्रियलिस्ट पार्थ जिंदल ने कटनी जिले में 17 हजार करोड़ के निवेश की बात कही है. उद्योगपति एसके अग्रवाल ने 4 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव रखा है. बांधवगढ़ उमरिया में भी निवेशकों ने निवेश की बात हुई है. मध्य प्रदेश सरकार के पास 35 से ज्यादा उद्योगपतियों के प्रस्ताव अब तक आ चुके हैं. सीधे संवाद करने से उद्योगपति कॉन्फिडेंस में आ रहे हैं और इसके पहले जोर से चर्चाएं हुई थीं. इसके आधार पर भी वे निवेश के लिए आगे बढ़ रहे हैं.