आंगनबाड़ी के मिड-डे मिल में मिला था मांस का टुकड़ा, सुपरवाइजर को किया निलंबित
रायसेन जिले में आंगनबाड़ी केंद्र में खाने में मांस का टुकड़ा निकलने के मामले में कलेक्टर अरविंद दुबे ने कड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तरन्नुम खान और सहायिका सुषमा यादव की सेवाएं समाप्त कर दी है.
राज किशोर सोनी/रायसेन: रायसेन जिले में आंगनबाड़ी केंद्र में खाने में मांस का टुकड़ा निकलने के मामले में कलेक्टर अरविंद दुबे ने कड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तरन्नुम खान और सहायिका सुषमा यादव की सेवाएं समाप्त कर दी है. जबकि सुपरवाइजर सुनीता रजक निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल रायसेन शहर के वार्ड नंबर 3 स्थित मदईपुरा में संचालित आंगनवाड़ी क्रमांक 1 में मंगलवार की सुबह बच्चों को परोसे जानी वाली आलू टमाटर की सब्जी में मांस का टुकड़ा निकलने वाले मामले की जांच पूरी हो गई है. जिसमें उक्त मामला सही पाया गया है. इस आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तरन्नुम खान और सहायिका सुषमा यादव की सेवाएं समाप्त कर दी गई है, जबकि सुपरवाइजर सुनीता रजक को निलंबित कर दिया है.
क्या था मामला
गौरतलब है कि रायसेन शहर के वार्ड क्रमांक 3 फर्स्ट की आंगनवाड़ी केंद्र में परोसे जाने वाले मध्यान भोजन में मांस का टुकड़ा निकलने से बच्चों और उनके पालकों द्वारा विरोध जताया गया था. वहीं बच्चे भी आंगनवाड़ी छोड़ कर घर चले गए थे. इस बात की सूचना लगते ही एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर पंचनामा बनाया था. जांच में पता चला कि इस आंगनवाड़ी केंद्र में मां भवानी समूह द्वारा भोजन पहुंचाया जाता है. जब मंगलवार को भोजन पहुंचा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा जैसे ही बच्चों को भोजन परोसा तो उसमें मांस का टुकड़ा निकला था. इससे बच्चों को भोजन नहीं बांटा गया. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तरन्नुम ने बताया कि मां भवानी समूह द्वारा भोजन पहुंचाया जाता है. आज भोजन में कुछ मांस का टुकड़ा निकला है. इसको देखते हुए आधे बच्चों को ही भोजन परोसा गया. इस बात से सुपरवाइजर को अवगत करा दिया है.
मीनू के अनुसार भेजी जानी थी खीरपुरी
आंगनबाड़ी केंद्रों में जो मीनू चार्ट लगा है. उसके अनुसार आज खीरपुरी भेजा जाना तय रहता है, पर शहर की वार्ड क्रमांक 3 आंगनवाड़ी केंद्र में खीर पुरी की जगह जो सब्जी भेजी गई थी, उसमें मांस का टुकड़ा निकलने से हड़कंप मच गया था. वहीं बच्चे खाना छोड़ कर घर वापस चले गए थे.