अविनाश प्रसाद/बस्तर: शुक्रवार को बस्तर जिले के मालगांव में खदान धसकने से हुई 6 मौत के बाद आज गांव में सभी मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. शवों के अंतिम संस्कार के दौरान एक समुदाय विशेष के व्यक्ति के शव के संस्कार को लेकर विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई. बता दें कि मृतकों में पांच आदिवासी समुदाय थे जबकि छठवां मृतक समुदाय विशेष से था. हालांकि बाद में सब कुछ शांतिपूर्वक हुआ.


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बता दें कि समुदाय विशेष से संबंधित मृतक के शव का संस्कार भी अन्य मृतकों के साथ उन्हीं के विधि विधान से किए जाने की इच्छा ग्राम वासियों ने जताई थी. लेकिन समुदाय विशेष के लोगों ने इसका विरोध किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों ने परिस्थितियां संभाल ली और सभी शव का कफन दफन शांतिपूर्वक कर लिया गया. 


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कांग्रेसियों के न आना दुर्भाग्यपूर्ण
इस कार्यक्रम में पहुंचे बस्तर के पूर्व सांसद दिनेश कश्यप ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए स्थानीय कांग्रेस जन प्रतिनिधियों पर आरोप लगाया कि ऐसे दुख की घड़ी में भी वे शवों के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए हैं. यह दुर्भाग्य जनक है. उन्होंने कहा कि बस्तर सांसद दीपक बैज और स्थानीय विधायक लखेश्वर बघेल को भी इस आयोजन में शामिल होना था. 


10-10 लाख मुआवजा देने की मांग
पूर्व सांसद ने मृतकों के परिजनों को जब 10- 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की. मुख्यमंत्री ने परिजनों को चार चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर रखी है. गौरतलब है कि शुक्रवार को बस्तर जिले के माल गांव में चुने की खदान तरफ जाने से 6 ग्रामीणों की मौत हो गई थी.