करतार सिंह राजपूत/मुरैनाः मध्य प्रदेश के मुरैना में गुरुवार को बानमोर कस्बे (Morena Blast) में हुए विस्फोट और उसमें 4 लोगों की मौत के बाद सरकार अवैध पटाखा निर्माताओं के खिलाफ सख्त हो गई है. बानमोर पुलिस ने पटाखा विस्फोट मामले में दो लोगों पर गैर इरादतन हत्या और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने पटाखा निर्माता जमील खान को हिरासत में लिया है. वहीं मकान मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. 


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मुरैना प्रशासन अब पटाखों का कच्चा माल बेचने वालों पर भी कार्रवाई करेगी. पुलिस ने घटना को लेकर आधा दर्जन से अधिक दुकानदारों और व्यवसायियों को पूछताछ के लिए बुलाया है. पुलिस जांच के तहत आरोपियों का मोबाइल डाटा भी खंगाल रही है. वहीं पुलिस कार्रवाई से पटाखा कारोबारियों में डर का माहौल है और यही वजह है कि कई लोगों ने लाखों रुपए के पटाखे कचरे के ढेर में फेंक दिए हैं. मुरैना में विस्फोट वाली जगह के आसपास के दो मकान दरक गए थे, जिन्हें आज जमींदोज किया गया. 


पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही टीआई और एसडीओपी के खिलाफ जांच होगी. वहीं सिविल लाइन पुलिस ने सिलायथा गांव में भी पुलिस ने अवैध पटाखा निर्माताओं पर कार्रवाई की है. पुलिस ने एक आरोपी के घर पर छापेमारी की और उसके घर से पटाखों का जखीरा बरामद किया है. हालांकि आरोपी फरार हो गया. पुलिस ने विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. 


राजधानी भोपाल में अलर्ट
मुरैना की घटना के बाद राजधानी भोपाल में नगर निगम अलर्ट पर है. शहर की पटाखा मार्केट में फायर फाइटर टीम की तैनाती की गई है. यह टीम 24 घंटे मार्केट में तैनात रहेगी. मुरैना जैसे हादसे की पुनरावृत्ति ना हो, इसे लेकर नगर निगम अलर्ट मोड पर है. जिला प्रशासन ने 900 लोगों को पटाखा बेचने का लाइसेंस जारी किया है. भोपाल के सभी फायर स्टेशन को अलर्ट पर रखा गया है और सभी 12 फायर स्टेशनों पर एक-एक इंचार्ज ने मोर्चा संभाल लिया है. छोटी आग बड़े हादसे में तब्दील ना हो जाए, उनका विशेष ध्यान रखा जाएगा. 


बता दें कि बानमोर कस्बे में गुरुवार को एक मकान में हुए तेज धमाके और उसमें मकान के ढहने से 4 लोगों की मौत हो गई. साथ ही 6 लोग घायल हो गए. दरअसल बानमोर के जैतपुर रोड़ पर पहाड़ी गांव के पूर्व सरपंच भूरा सिंह गुर्जर के मकान में करीब साढ़े तीन साल से जमील खान पुत्र मुन्नो खान निवासी गोहद किराए पर परिवार समेत रह रहा था. जमीन पटाखे बनाने का काम करता था. साथ ही पत्थर खदानों का भी ठेका लेता था. माना जा रहा है कि पटाखों के बारूद या फिर जिलेटिन के कारण धमाका हुआ.