करतार सिंह राजपूत/मुरैना: जब पुलिस ही रक्षक की जगह भक्षक का काम करेगी तो आम जनता का भरोसा पुलिस से उठ जाएगा. एक ऐसा ही मामला जिले के टेंटरा थाने में देखने को मिला है. जहां चंबल से भरी अवैध रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉली को थाना प्रभारी ने वन विभाग के हवाले करने की बजाय माफिया के हवाले कर दिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Guna News: मासूम का क्या कसूर! रिश्तेदार ने 1 साल के बच्चे पर फेंका उबलता दूध, FIR भी नहीं हुई दर्ज


वन रक्षक अभिषेक दंडोतिया (Forest Guard Abhishek Dandotia) ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने अवैध रेत (Tractor Trolley of Illegal Sand) की ट्रैक्टर ट्रॉली वन विभाग को सुपुर्द न करते हुए माफियाओं को सुपुर्द कर दी है और कहा कि जब वो अवैध बालू से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली का वीडियो बना रहे थे. तब पुलिस ने उनसे मोबाइल छीन कर उन्हें लॉकअप में बंद कर दिया और रेत माफियाओं के हवाले कर दी.


रेत से भरे हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त करने के लिए वन विभाग पहुंचा
बता दें कि टेंटरा थाने (Tentra Police Station) में वन विभाग की टीम अवैध चंबल के रेत से भरे हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त करने के लिए पहुंची. तभी वहां पर सिविल में खड़े थाना प्रभारी और उनकी टीम द्वारा वन विभाग के वनरक्षक अभिषेक दंडोतिया के साथ धक्का-मुक्की करते हुए लॉकअप में बीती रात करीब 12 बजे बंद कर दिया.


वनरक्षक को लॉकअप में बंद कर दिया 
मिली जानकारी के अनुसार रेंजर ने जब थाना प्रभारी जयदीप सिंह भदौरिया को फोन किया तब उनको लॉकअप से बाहर निकाला गया है. वनरक्षक अभिषेक दंडोतिया ने बताया कि जब वो अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली का वीडियो बना रहे थे. तभी थाना प्रभारी द्वारा धक्का-मुक्की की गई और मोबाइल छुड़ाकर लॉकअप में बंद कर दिया और रेत माफियाओं को ट्रैक्टर ट्रॉली की चाबी सुपुर्द कर दी गयी.