MP Assembly Election 2023: विकास नहीं तो वोट नहीं... रोड नहीं तो वोट नहीं... शायद इस तरह के नारे अक्सर आपने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करने वाले लोगों से नेताओं और प्रशासन के खिलाफ जरूर सुने होंगे, लेकिन शादी नहीं तो वोट नहीं ये नारा शायद ही सुना हो इस बार विधानसभा चुनाव में युवा वोटर कुछ ऐसा ही नारा लगा रहे हैं. मूलभूत सुविधाओं के नहीं होने से युवा नाराज हैं. 


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श्योपुर जनपद पंचायत के बमोरीहाला गांव के ग्रामीणों ने गांव में मूलभूत सुविधाओं के नहीं होने के चलते विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. ग्रामीणों ने गांव के बाहर ही अपनी समस्याओं को एक दीवार पर लिखते हुए इस बार वोट नहीं देने का ऐलान करते हुए चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. गांव के लोगों का कहना है कि सरकार विकास के दावे करती है पर उनका गांव विकास से पिछड़ा हुआ है. गांव में कई सालों से सीसी रोड खराब है. शमशान में जाने वाले रास्ते नहीं है पीने के पानी के लिए गांव के लोग काफी परेशान होते हैं. 


गांव में कोई नहीं दे रहा बेटी
हर चुनाव में गांव में वोट मांगने आने वाले पार्टी के नेता विकास कार्यों को करवाने के वादे कर जाते हैं और जीत के बाद गांव में शक्ल तक दिखाने नहीं आते इस बार नेताओं और अफसरों के झूठ से परेशान गांव वाले चुनाव के मतदान में वोट नहीं करेंगे. तो वही दूसरी ओर गांव में मूलभूत सुविधाओं के नही होने से शहनाई नहीं बज पा रही है, क्योंकि गांव के युवाओं को कोई भी अपनी बेटी नहीं दे रहा है, जिसके चलते उनकी शादी में गांव का विकास रोड़ा डाले हुए हैं. चुनाव का बहिष्कार करने वाले ग्रामीण इस बार वोट तभी करने की चेतावनी दे रहे हैं जब नेता हो या प्रशासन उन्हे स्टांप पर विकास कार्य करने का लिखित भरोसा देंगे.


कौन-कौन प्रत्याशी मैदान में
श्योपुर विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनो ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. भाजपा ने दुर्गालाल विजय का टिकट दिया है, वहीं बाबूलाल जंडेल को टिकट दिया है. श्योपुर विधानसभा सीट पर मुकाबला क्लोज होता है, 2018 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक श्योपुर विधानसभा सीट पर कुल 2,19,889 वोटर्स थे, जिनमें 1,16,826 पुरुष वोटर्स तो 1,03,063 महिला वोटर्स थीं. 2018 में कुल 11 उम्मीदवार मैदान में थे. जिनमें से सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही हुआ था.


रिपोर्ट: अजय राठौर