Mandla Vidhan Sabha Seat Analysis: साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी आदिवासियों सीटों पर पूरी तरह से फोकस कर रही है. महाकौशल में आने वाली मंडला विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली थी. हालांकि, इससे पहले कांग्रेस के प्रत्याशी ने जीत हासिल करते हुए विधानसभा पहुंचे थे तो चलिए आदिवासियों के लिए रिजर्व इस विधानसभा सीट के समीकरण और आंकड़ों को समझते हैं... 


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पिछले चुनाव के आंकड़ें
आदिवासी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित मंडला विधानसभा सीट पर पिछले तीन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस (आईएनसी) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है. 2008 के चुनाव में, भाजपा के देव सिंह सैयाम 59,932 वोटों के साथ विजयी हुए. उन्होंने, कांग्रेस के संजीव छोटेलाल उइके को हराया, जिन्होंने 50,989 वोट हासिल किए थे. वहीं, 2013 के चुनाव में, पासा पलट गया और कांग्रेस के संजीव छोटे लाल उइके 80,066 वोटों के साथ विजेता बने, उन्होंने भाजपा की संपतिया उइके को हराया, जिन्होंने 76,239 वोट हासिल किए. पिछले चुनाव यानी 2018 के चुनाव में, भाजपा ने मंडला विधानसभा सीट पर अपना कब्ज़ा फिर से हासिल कर लिया, जिसमें देवसिंह सैयाम 88,873 वोटों से जीते. कांग्रेस के संजीव छोटेलाल उइके ने कड़ी टक्कर दी लेकिन उन्हें 76,668 वोट मिले थे.


मंडला विधानसभा सीट का इतिहास
मंडला विधानसभा सीट पर, राजनीतिक परिदृश्य में पिछले कुछ सालों में भाजपा और कांग्रेस के बीच उतार-चढ़ाव वाला प्रदर्शन देखा गया है. प्रारंभ में, 1957 से 1985 तक, कांग्रेस ने नारायणी देवी, मोहनलाल और हिम्मत सिंह परतेती के साथ चुनावी जीत हासिल करके इस निर्वाचन क्षेत्र पर अपना दबदबा बनाया. हालांकि, 2003 में, भाजपा ने शिवराज शाह की जीत के साथ बढ़त हासिल की, जो 2008 में देव सिंह सैयाम के साथ जारी रही. कांग्रेस 2013 में संजीव उइके के साथ सीट फिर से हासिल करने में कामयाब रही, लेकिन भाजपा ने 2018 में देव सिंह सैयाम की जीत के साथ वापसी की.


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जाति समीकरण
मंडला विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. हालांकि, इस विधानसभा सीट पर सामान्य वर्ग के लोगों की जनसंख्या आदिवासियों से अधिक है. इस क्षेत्र में सामान्य जाति के मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या के अलावा मुस्लिम मतदाताओं की भी अच्छी खासी मौजूदगी है.


मंडला विधान सभा से विधायकों की सूची
1957 - नारायणी देवी (कांग्रेस)
1962 - नारायणी देवी (कांग्रेस)
1967 - नारायणी देवी (कांग्रेस)
1972 - नारायणी देवी (कांग्रेस)
1977 - विजय दत्त झा (जनता पार्टी)
1980 - मोहनलाल (कांग्रेस)
1985 - हिम्मत सिंह परतेती (कांग्रेस)
1990 - छोटेलाल उइके(कांग्रेस)
1993 - छोटेलाल उइके(कांग्रेस)
1998 - देवेन्द्र टेकाम(कांग्रेस)
2003 - शिवराज शाह (BJP)
2008 - देव सिंह सैयाम(BJP)
2013 - संजीव उइके (कांग्रेस)
2018 - देव सिंह सैयाम (BJP)