MP में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज, आज से चलेगा यह विशेष अभियान
मध्य प्रदेश में राजनीतिक दलों के साथ-साथ अब निर्वाचन आयोग ने भी विधानसभा चुनाव की तैयरियां तेज कर दी हैं, निर्वाचन आयोग आज से प्रदेश में एक विशेष अभियान चलाने जा रहा हैं, जिसके लिए स्कूल कॉलेजों में शिविर लगाए जाएंगे.
आकाश द्विवेदी/भोपाल। मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में एक तरफ जहां राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं तो वहीं दूसरी तरफ निर्वाचन आयोग ने भी चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. राजनीतिक दलों की तैयारियों के बीच अब निर्वाचन आयोग भी प्रदेश में आज से एक विशेष अभियान चलाया जाएगा. जिसमें चुनाव से संबंधित काम किए जाएंगे. यह अभियान 20 अक्टूबर तक चलेगा.
वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया शुरू
दरअसल, निर्वाचन आयोग मतदाता सूची में नए मतदाताओं के नाम जुड़वाने के लिए आज से प्रदेश में विशेष अभियान चलाएगा, इस अभियान के तहत 20 अक्टूबर तक नए मतदाताओं का नाम जोड़ा जाएगा, मध्य प्रदेश के सभी हायर सेकेंडरी स्कूल, महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाने के लिए विशेष शिविर आयोजित किया जाएगा.
निर्वाचन आयोग के निर्देश है कि 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा, क्योंकि प्रदेश में अगले साल तक विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में 18 साल की उम्र पूरी कर चुके सभी मतदाताओं को नई सूची में जोड़ने के निर्देश दे दिए गए हैं. इससे पहले नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के पहले भी मतदाता सूची को अपडेट किया गया था, जिसमें सबी नए मतदाताओं को नाम जोड़े गए थे, जबकि अब एक बार फिर मतदाता सूची अपडेट का काम शुरू हो गया है.
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें
मतदाता सूची तैयार करने के लिए मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने प्रदेश के सभी 52 जिलों के कलेक्टरों को मतदाता सूची तैयार करने के कार्यक्रम की जानकारी दे दे दी है. बता दें कि मध्य प्रदेश के 52 जिलों में 230 विधानसभा सीटें हैं. जहां अभी से मतदाता सूची तैयार करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. निर्वाचन आयोग से इतर राजनीतिक दलों ने भी मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियां शुरू कर दी है. फिलहाल बीजेपी प्रदेश की सत्ता पर काबिज है, जबकि विपक्षी दल की भूमिका में कांग्रेस है. ये दोनों ही दल भी चुनाव को लेकर एक्टिव हैं. क्योंकि राजनीतिक दल अब चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार करने में जुटे हैं.