Gohad Vidhan Sabha Seat:  गोहद विधानसभा सीट सबसे चर्चित सीटों में एक है. साल 2018 में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, लेकिन सरकार गिरने के बाद साल 2020 में हुए उपचुनाव में फिर कांग्रेस ने बीजेपी को हराया था. गोहद विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट है. साल 2020 में इंडियन नेशनल कांग्रेस से मेवाराम जाटव ने भारतीय जनता पार्टी के रणवीर जाटव को 12 वोटों के मार्जिन से हराया था.


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गोहद विधानसभा सीट की वर्तमान स्थिति
गोहद विधानसभा सीट की वर्तमान स्थिति की बात करें तो यहां 2020 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी.  2020 में Gohad (SC) में कुल 51.57 प्रतिशत वोट पड़े थे. Gohad (SC) विधानसभा सीट भिंड के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं संध्‍या राय, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. 


साल 2018 में कुल वोटर की संख्या 
गोहद (एस.सी.) विधानसभा सीट से साल 2018 में कांग्रेस के उम्मीदवार रणवीर जाटव ने जीत हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार लाल सिंह आर्य को 18.6% वोटों के अंतर से हराया था.साल 2018 में गोहद विधानसभा में कुल 2,08,677 वोटर थे, लेकिन कुल 1,28,674 वोट पड़े थे. कुल मतदान वोटिंग 61.7 % हुई थी. 2018 में यहां कुल मतदाता 214191 थे और 274 मतदान केंद्र थे.  


गोहद विधानसभा सीट साल 2013 की स्थिति
साल 2013 में गोहद (एस.सी.) विधानसभा सीट पर बीजेपी के लाल सिंह आर्य की जीत हुई थी. गोहद सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. लाल सिंह आर्य इस सीट से 2013 के पहले 1998 और 2003 में भी चुनाव जीत चुके हैं.वहीं इस बार भी उनकी स्थिति मजबूत बताई जा रही है. वहीं अब इस बार Gohad (SC) विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे यह जनता तय करेगी.


2013 विधानसभा चुनाव 
लाल सिंह आर्य- 51711 (भाजपा- जीते) 
मेवाराम जाटव- 31897 (कांग्रेस- हारे)


जातिगत समीकरण
गोहद विधानसभा सीट में एससी-एसटी वर्ग के लगभग 80 से 90 हजार वोटर हैं. जिसमें 50 हजार से ज्यादा ब्राम्हण समाज के हैं. वहीं गुर्जर और मुस्लिम को मिलाकर 50 हजार वोटर है. इसके अलावा 40 हजार के आसपास क्षेत्रिय वोटर है.


साल 2023 में पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य को मिला टिकट
भिंड जिले की गोहद विधानसभा सीट पर बीजेपी ने पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य का टिकट दिया है. उन्हें ये टिकट केंद्रीय ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक और पूर्व विधायक रणवीर जाटव को दरकिनार करते हुए दिए गया है, क्योंकि रणवीर जाटव भाजपा की ओर से टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे. इसकी वजह ये है कि रणवीर जाटव एक तो सिंधिया समर्थक नेता और 2018 में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे.साल 2018 में रणवीर जाटव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे उन्होंने मंत्री लाल सिंह आर्य को 23,989 वोट से हराया था. 


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अब तक का पूरा चुनाव परिणाम
विजेता- रनवीर जाटव (कांग्रेस)
साल 2018 में लाल सिंह आर्या दूसरे स्थान पर थे.


2013

विजेता- लालसिंह आर्य (BJP)

साल 2013 में मेवाराम जाटवदूसरे स्थान पर थे.

 

2008

विजेता- माखनलाल जाटव (INC)

बीजेपी से लालसिंह आर्या दूसरे स्थान पर थे.

 

2003

विजेता- रसल सिंह (BJP)  कुल वोट 20,515

साल 2003 में डॉ राजेंद्र प्रकाश सिंह दूसरे स्थान पर थे. कुल वोट 16,918

 

1998

विजेता- रसाल सिंह (SP) कुल वोट 21,501

गिरदावल सिंह बघेल BSP दूसरे स्थान पर थे. कुल वोट-20,830

 

1993

विजेता- राजेंद्र प्रकाश सिंह (BJP) कुल वोट 21,121

साल 1993 में रामा शंकर सिंह INC दूसरे स्थान पर थे. कुल वोट-20,429

 

1990

विजेता- राजेन्द्र प्रकाश सिंह (BJP) कुल वोट 22,955

रघुबर सिंह मचान INC दूसरे स्थान पर थे. कुल वोट 10,793

 

1985

विजेता- रामा शंकर सिंह (INC) कुल वोट 23,425

राजेंद्र प्रकाश सिंह BJP दूसरे स्थान पर थे. कुल वोट 17,208

 

1980

विजेता रामशंकर JNP(SC) कुल वोट- 15,903

सोबरन सिंह INC(I) दूसरे स्थान पर थे. कुल वोट-10,436

 

1977

विजेता- रसल सिंह (JNP) कुल वोट- 20,149

साल 1997 में प्रेम कुमारी राजे INC दूसरे स्थान पर थे. कुल वोट-8,306