Madhya Pradesh News/आकाश द्विवेदी: मध्य प्रदेश में 5 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, लेकिन परीक्षा से पहले पेपर लीक करने के नाम पर बच्चों को ठगने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ग्रुप बनाकर बच्चों को पेपर उपलब्ध कराने का झांसा देकर ठगा जा रहा है. शातिर ठग स्टूडेंट्स को ठगने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल का लोगो तक का इस्तेमाल कर रहे हैं. टेलीग्राम पर ऐसे सैकड़ों ग्रुप मौजूद हैं. हैरानी की बात यह है कि पेपर पाने के लिए स्टूडेंट्स बकाया पैसा भी खर्च कर रहे हैं.  इन ग्रुपों में परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराने की बात कही जाती है और एक छात्रा से ₹500 से ₹600 की डिमांड की जाती है, लेकिन बाद में बच्चों को सिर्फ सैंपल पेपर दिया जाता है.


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मध्यप्रदेश में इस बार 10वीं और 12वीं के 16 लाख छात्र परीक्षा देंगे. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा के लिए 7 हजार से ज्यादा केंद्र तैयार किए हैं. बोर्ड की परीक्षा में नकल ना हो इसकी पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन परीक्षा से पहले ठग भी नहीं चूक रहे हैं. पेपर परीक्षा से पहले पेपर का झांसे में आकर बच्चे ठगी का शिकार हो रहे हैं. ऐसे मामलों को बढ़ता देख माध्यमिक शिक्षा मंडल ने टेलीग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया ग्रुप्स की निगरानी शुरू कर दी है. 


बोर्ड ने जारी की एडवाइजरी
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने छात्रों से अपील भी की है कि है बच्चे इन भ्रांतियों में बिलकुल ना आए. परीक्षा केंद्र के पहले कहीं पर भी प्रश्न पत्र बाहर नहीं जा सकेगा. सोशल मीडिया पर टेलीग्राम ग्रुप और अन्य माध्यम से यह भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं कि प्रश्न पत्र मिल सकता है और इसके नाम पर उनसे पैसे भी वसूले जा रहे हैं. माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव डॉ.कृष्ण देव त्रिपाठी ने कहा- मैं अपील करता हूं कि बच्चे इस तरह के झांसे में ना आएं. माध्यमिक शिक्षा मंडल का लोगो इस्तेमाल कर अनैतिक कार्य किसी ने किए हैं उनकी शिकायत में क्राइम ब्रांच ने की है और उस पर कार्रवाई भी हुई है.


लगातार हो रही मॉनिटरिंग
डीसीपी क्राइम ब्रांच श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि पिछले कई सालों से मध्यप्रदेश में पेपर शुरू होने के कुछ घंटों पहले पेपर इन टेलीग्राम चैनल पर आने शुरू हो जाते हैं. इस बार भी 20 से ज्यादा चैनल एक्टिव हो गए हैं. दावा है असली प्रश्न पत्र मिलेगा. छात्रों को लिंक भेजकर प्राइवेट चैनल से जोड़ा जा रहा है. पिछले साल परीक्षा के दौरान भी पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. क्राइम ब्रांच भी पेपर लीक के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह की जांच कर रहा है. अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.  कुछ और लोगों की गिरफ्तारियां जल्द होंगी. सोशल मीडिया पर पेपर लीक और एमपी बोर्ड के नाम पर बनाए गए ग्रुप की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.