MP Congress: मध्य प्रदेश में कांग्रेस कमेटी में अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने अब नए सिरे से पार्टी को मजबूत करने में जुट गई है. जिसकी शुरुआत भोपाल से हुई है. भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई, जिसमें पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह के साथ पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांतिलाल भूरिया भी शामिल हुए. इसके अलावा पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ भी बैठक में वर्चुअली जुड़े. माना जा रहा है कि इस बैठक में नई कार्यकारिणी पर भी चर्चा हुई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सबसे पहले नई कार्यकारिणी बनाने पर जोर


दरअसल, जीतू पटवारी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भी अब तक नई कार्यकारिणी नहीं बन पाई है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बैठक में नयी कार्यकारिणी पर मुहर लगाने को लेकर चर्चा हुई है. इसके अलावा लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली हार के कारणों पर भी चर्चा हुई है. कई सीटों पर कांग्रेस बेहद कम अंतर से हारी है. ऐसे में बैठक में इन बातों पर भी चर्चा हुई है. लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई है. इस कमेटी में हार के कारणों पर चर्चा होगी. जल्द ही यह कमेटी पूरे देश के साथ-साथ प्रदेश में जिला लेवल पर काम करेगी. 


संगठन को मजबूत करने की कवायद 


कांग्रेस मध्य प्रदेश में सबसे पहले अपने संगठन को मजबूत करने की कवायद में जुटी है. क्योंकि पार्टी इसी मुद्दे पर सबसे ज्यादा जोर लगाती नजर आ रही है. ऐसे में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी जल्द ही अपनी नई कमेटी बनाने की तैयारी में है. जिसमें जिलाध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी. इसके अलावा प्रदेश स्तर पर भी संगठन को नए सिरे से गठित किया जाएगा. जबकि सरकार के विरोधी मुद्दों को भी अब उठाया जाएगा. 


ये भी पढ़ें: दूरी जरूरी या मजबूरी, MP कांग्रेस की बैठक में लगे पोस्टर से गायब हुए दिग्गज, BJP ने कसा तंज


उपचुनावों पर जोर 


मध्य प्रदेश की दो और विधानसभा सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होने वाले हैं. ऐसे में कांग्रेस का जोर इस पर भी है कि अमरवाड़ा के बाद बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी मजबूती से काम किया जाए और पार्टी इन सीटों पर जीत हासिल करें. अमरवाड़ा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भले ही हार का सामना करना पड़ा. लेकिन पार्टी ने मजबूती से यह चुनाव लड़ा और बीजेपी को आसान जीत नहीं मिले दी. 


नर्सिंग घोटाले पर आक्रामक दिख रही कांग्रेस 


वहीं मध्य प्रदेश में नर्सिंग घोटाले पर भी कांग्रेस आक्रामक रुख अपनाती नजर आ रही है. पार्टी ने पूरे प्रदेश में इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया है. बैठक में नर्सिंग घोटाले पर और तेजी से प्रदर्शन करने की भी रणनीति बनाई गई है. जहां पाल के बाद प्रदेश के सभी जिलों में नर्सिंग घोटाले, प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी, नीट फर्जीवाडे़ जैसे मुद्दों पर मोहन सरकार को घेरने की योजना पर काम किया जा रहा है. 


ये भी पढ़ेंः क्या UP की तर्ज पर MP में भी होगा यह बड़ा बदलाव, सीनियर MLA ने CM को लिखा पत्र