MP की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर बोलीं- हिंदू जीवनसाथी मुस्लिम महिला को घर की लक्ष्मी जैसा सम्मान देता है...
इंदौर शहर में एक पर्चा बांटा गया जिसमें हिंदू संगठन बजरंग दल और RSS को लेकर विवादित पर्चा बांटा गया है. जिसमें लिखा गया है कि ये संगठन मुस्लिम लड़कियों का धर्मातरण करने की फिराक में हैं. उसी को लेकर अब उषा ठाकुर का बयान सामने आया है.
शिव शर्मा/इंदौर: इंदौर में दो दिन पहले बजरंग दल और आरएसएस के खिलाफ भगवा लव ट्रैप वाले पर्चे बांटे जाने का मामले सामने आया था. अब इस बीच प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने एक बयान दिया है. उन्होंने लव जिहाद को गलत और हिंदू संगठनों का विरोध करने वालों पर निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्होंने मुस्लिम बेटियों की शादी हिंदू युवकों से करने पर भी बयान दिया है.
गौरतलब है कि इंदौर में लव जिहाद के बाद मुस्लिम समुदाय द्वारा विवादित पर्चे बांटने का मामला सामने आया था. जिसमें 10 लाख मुस्लिम युवतियों को हिन्दुओं से शादी कर प्रताड़ित करने की बात लिखी गयी थी. इस पर्चे पर मंत्री उषा ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए इस पर्चे को बेबुनियाद बताया है.
मुस्लिम महिला घर की लक्ष्मी जैसी रहती हैं
उषा ठाकुर ने कहा कि अगर मुस्लिम महिलाएं हिंदुओं को अपना जीवन साथी चुनती हैं, तो सनातन परंपरा को मानने वाला व्यक्ति आजीवन उनका साथ देता है और उनको अपने घर की लक्ष्मी मानकर रखता है. साथ ही उनको आजीवन सम्मान दिया जाता है. इसके साथ उन्होंने इंदौर में कुछ ऐसे लोगों का नाम लेकर उदहारण बताया जिनकी शादी मुस्लिम महिलाओं से हुई है और वह अभी सम्मान का जीवन जी रहे हैं.
बजरंग दल और आरएसएस को बदनाम करने की कोशिश
उषा ठाकुर ने इंदौर में बांटे गए विवादित पर्चे को लेकर कहा कि ये पूरा मामला तब सामने आया, जब उन्होंने दूसरे वर्ग के लोगों की सच्चाई सामने रख दी. उन्होंने कहा कि आरएसएस और बजरंग दल पर गलत आरोप लगाया गया है.
जानिए क्या है मामला
दरअसल पूरा मामला इंदौर के रावजी बाजार थाना क्षेत्र का है. रावजी बाजार थाना क्षेत्र में R.S.S से जुड़ी हुई एक महिला ने अज्ञात वर्ग विशेष के लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया है. वहीं महिला ने एक पर्चा भी पुलिस को सौंपा है. उस पर्चे में आरएसएस और बजरंग दल से जुड़े हुए लोगों को काफिर बताया है. साथ ही पर्चे में कई तरह के आरोप भी आरएसएस और बजरंग दल जैसे संगठनों पर लगाए गए हैं. साथ ही उसमें इस बात का भी जिक्र किया गया है कि हर साल 10 लाख मुस्लिम लड़कियों को काफिर बहला-फुसलाकर कर उनकी इज्जत के साथ खेल रहे हैं.