MP News: अब तक आपने इंसानों और वाहनों के गायब होने के किस्से तो खूब सुने होंगे, लेकिन क्या आपने कभी कुएं गायब होने की बात सुनी है. सुनने में थोड़ी हैरानी जरूर हो रही होगी, लेकिन मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में कुछ ऐसा ही हुआ है. जहां सरकारी योजना के तहत कुएं का निर्माण तो किया गया, लेकिन जमीनी स्तर पर जांच के दौरान कुआं ही गायब हो गया. यानि कुआं बनाने के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार हुआ. यह मामला क्षेत्र के कांग्रेस विधायक की ससुराल से जुड़ा है, जिस गांव में कुएं गायब हुए हैं, उसी गांव में डिंडौरी के कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम की ससुराल है.  


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मनरेगा योजना में किया भ्रष्टाचार 


डिंडौरी जिले में भ्रष्टाचार का यह खेला केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना में खेला गया है. मनरेगा योजना जो गरीब लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, डिंडौरी जिले के एक गांव में वही योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर रह गई है. डिंडौरी के समनापुर जनपद पंचायत क्षेत्र के अतरिया गांव में मनरेगा योजना के तहत बड़ा घोटाला सामने आया है. आपको जानकर हैरानी होगी की ये घोटाला करीब 5 साल पहले किया गया जो अब उजागर हुआ है. 


कुएं के नाम पर निकाले लाखों रुपए 


यहां जिम्मेदारों ने सार्वजनिक पेयजल और  कपिल धारा योजना के तहत फर्जी कुएं का निर्माण दिखाया और निर्माण कार्य के बदले लाखों रुपये हड़प लिए.  लेकिन इसमें बहुत बड़ा घोटाला हुआ. सरकारी दस्तावेजों में जिसके नाम पर जमीन नहीं है. उसे किसान दर्शाकर योजना का हितग्राही बना दिया गया, लेकिन ऑडिट टीम जब निर्माण कार्य का भौतिक सत्यापन करने पहुंची और सरकारी दस्तावेजों में दर्ज कपिल धारा योजना के हितग्राहियों से कुएं के बारे में जानकारी ली तब जाकर मामले का खुलासा हुआ. 


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2019 का है मामला 


दरअसल, साल 2019 में सरकारी दस्तावेजों में कुएं का निर्माण दर्शाया गया है, जबकि जिस जमीन पर कुएं का निर्माण होने की बात कही गई थी. उस जगह पर कोई निर्माण नहीं किया गया. ऐसे में जब इस मामले का खुलासा हुआ तो सब हैरान रह गए. अतरिया गांव ग्राम पंचायत मझगांव के तहत आता है, ऐसे में जब वर्तमान सरपंच शिवकुमार मरावी से बात की गई तो उनका कहना था कि ये घोटाला उनके कार्यकाल से पहले का है. इसलिए घोटाला करने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए. 


वहीं मामले में जनपद पंचायत के सीईओ भ्रष्टाचार में लिप्त तत्कालीन सरपंच समेत सभी जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की बात कहकर मामले से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. सीईओ ने बताया कि भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद सभी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. 


विधायक ने सरकार पर साधा निशाना 


बता दें कि ये गांव डिंडौरी से कांग्रेस विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम का ससुराल गांव है. लिहाजा मामले में जब विधायक ओमकार मरकाम से बात की गई तो उन्होंने अपनी ही ससुराल के गांव हुए बड़े भ्रष्टाचार को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. ओमकार सिंह मरकाम इस क्षेत्र के विधायक भी हैं, वह लगातार चौथी बार इस क्षेत्र से विधायक बने हैं. लेकिन पांच साल पहले हुए इस भ्रष्टाचार पर क्या कहा जाए. 


आए दिन सरकारी योजनाओं में बड़े पैमाने पर घोटाला देखने को मिल रहा है. जब इस संबंध में जब जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किया जाता है, तो वो जांच कर कार्रवाई की बात करते हैं और अपना पल्ला झाड़ लेते हैं. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि सरकारी योजनाओं में होने वाले घोटाले पर कब लगाम लगेगी. क्योंकि यह कोई पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं. 


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