Maihar Vidhan Sabha seat: मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से अहम सीट मैहर में इस बार चुनावी समीकरण बदलने के आसार हैं. विंध्य क्षेत्र की इस सीट पर BJP ने अपने प्रत्याशी का भी एलान कर दिया है, जिसके बाद धर्म नगरी के नाम से मशहूर मैहर में चुनावी समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. वर्तमान में इस सीट पर BJP विधायक नारायण त्रिपाठी हैं, लेकिन पार्टी ने इस बार उनका टिकट काट दिया है. इस कारण उनके सुर बागी हो गए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने खुद की पार्टी का भी एलान कर दिया है. जानते हैं मैहर विधानसभा सीट के बारे में- 


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मैहर का सियासी समीकरण
बीत 3 चुनाव में मैहर का चुनावी समीकरण देखें तो यह सीट किसी भी पार्टी की पारंपरिक सीट नहीं रही है. वर्तमान में इस सीट पर BJP से नारायण त्रिपाठी विधायक हैं, जो साल 2018 में चुनाव जीते थी. इससे पहले साल 2013 में कांग्रेस प्रत्याशी नारायण प्रसाद ने जीत हासिल की थी. उससे पहले साल 2008 में BJP के मोती लाल तिवारी जीते थे. उससे पहले साल 2003 में सपा से प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी ने जीत दर्ज की थी. 


मतदाताओं की संख्या
मैहर विधानसभा सीट की बात करें तो साल 2018 के आंकड़ों के मुताबिक इस क्षेत्र में कुल  2,33,498 मतदाता हैं.
कुल मतदाताओं की संख्या- 2,33,498
पुरुष वोटर्स की संख्या-  1,22,408
महिला वोटर्स की संख्या- 1,11,082


मैहर सीट से BJP ने घोषित किया प्रत्याशी
BJP पार्टी ने अपनी दूसरी लिस्ट में सतना जिले की मैहर विधानसभा सीट से प्रत्याशी का एलान कर दिया है.इस बार पार्टी ने श्रीकांत चतुर्वेदी को अपना प्रत्याशी बनाया है. उन्होंने नारायण त्रिपाठी का टिकट काट दिया है, जिससे वे नाराज हो गए हैं.



नारायण त्रिपाठी ने किया नई पार्टी का एलान
मैहर विधानसभा सीट से टिकट न मिलने पर नारायण त्रिपाठी ने बागी होते हुए अपनी खुद की पार्टी बनाने का एलान किया है. उन्होंने BJP में प्राथमिक सदस्यता और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इसके अलावा उन्होंने अपनी नई पार्टी का एलान भी कर दिया है. टिकट कटने पर उन्होंने अपना बयान दिया था- 'बीजेपी की दूसरी लिस्ट में जिन प्रत्याशियों को उतारा गया है, उन्हें मेरी शुभकामनाएं हैं, लेकिन मैं न इस रेस में था और न ही दावेदार था. क्योंकि मैं विंध्य प्रदेश के पुर्ननिर्माण की लड़ाई लड़ रहा हूं. इसलिए विंध्य प्रदेश बनने तक यह लड़ाई आगे भी जारी रहेगी.' नारायण त्रिपाठी ने अलग विंध्य प्रदेश की मांग करते हुए विंध्य पार्टी का गठन किया है.