Madhya Pradesh Foundation Day: CM शिवराज का बड़ा फैसला! मध्य प्रदेश गान को सम्मान देने की परंपरा शुरू
मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि आज हम संकल्प लेते हैं कि हम मध्यप्रदेश गान के समय खड़े होकर इसका सम्मान करेंगे.
प्रमोद शर्मा/भोपाल: मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर सीएम शिवराज ने बड़ा फैसला लिया है. आज से राष्ट्रगान 'जन गण मन' की तर्ज पर खड़े होकर मध्यप्रदेश गान को सम्मान देने की परंपरा शुरू हो गई है.सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश गान के समय खड़े होकर सम्मान देते हुए हम आज से इस परंपरा की शुरुआत कर रहे हैं.
मध्य प्रदेश के गान को सम्मान देने की बात करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश के लिए गान बनाया है.अभी तक मध्य प्रदेश के गान को सम्मान देने के लिए खड़े होने की परंपरा नहीं थी.आज हम संकल्प लेते हैं कि मध्यप्रदेश गान के समय खड़े होकर हम इसको सम्मान देंगे.
Uma Bharti ने सिंधिया को बताया हीरा,2023 चुनाव में कांग्रेस BJP की सीटों का समझाया समीकरण
सीएम शिवराज ने मप्र स्थापना दिवस की दी शुभकामनाएं
मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर आज, रौशनपुरा चौराहे पर मप्र के नाम हुए दीप प्रज्ज्वलन में सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक कृष्णा गौर पहुंचे .रौशनपुरा चौराहे पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दीप प्रज्वलन किया.इसके बाद उन्होंने सभी लोगों को मप्र स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी.
हम मप्र को देश का 1 वन राज्य बनाने से नहीं हटेंगे पीछे: CM शिवराज
इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि भाजपा ने आज केवल भोपाल में नहीं,बल्कि पूरे प्रदेश गांव-गांव में दिए जलाए हैं और श्रेय भाजपा को जाता है क्योंकि विकास का प्रकाश फैलाने का काम भाजपा का ही है.जिन्होंने बंटाधार किया था, वो प्रकाश नहीं करेंगे.मुझे याद है किस हालात में हमने मप्र को संभाला था.आज मन को आनंद और प्रसन्नता है. यह बताने में कि कई पैमानों पर मप्र नंबर वन बना है. इसी भोपाल की सड़कों पर कांग्रेस के राज में लोग चड्डी-बनियान पहनकर घूमते थे क्योंकि बिजली नहीं आती थी,लेकिन हम मप्र को देश का नंबर वन राज्य बनाने से पीछे नहीं हटेंगे.
वहीं बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि 2003 में यह बीमारू प्रदेश था, लेकिन अब यह स्वर्णिम मप्र बन रहा है. हमने विकास किया है, हम विकसित मप्र हैं. साथ ही स्वर्णिम मप्र की ओर बढ़ रहे हैं.आज सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं, क़ानून व्यवस्था, कृषि के क्षेत्र में हम हम हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं.