धार: पतंगबाजी के उत्साह में चाइना डोर जानलेवा बन रही है. धार के नजदीक दिगठान में 65 वर्षीय बुजुर्ग चाइना डोर की चपेट में आ गया. जिससे उसकी जान खतरे में पड़ गई. वहीं साढ़े चार साल के मासूम के चेहरे पर कट लगने से 10 टांके लगाकर उसका जीवन बचाया. दोनों ही घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. बुजुर्ग को गर्दन से कान तक 20 टांके लगाए गए. इसमें डॉक्टरों द्वारा बुजुर्ग की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.


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इधर 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर और ज्यादा सावधानी रखना होंगी. इस तरह के हादसे से बचने के लिए दो दिन विशेष रूप से सर्तक रहना होंगा. गौरतलब है कि रविवार को मकर संक्रांति पर्व यहां उत्साह के साथ मनाया जाएगा. परंतु इस उत्साहित पंतगबाज मौत की डोर चाइना डोर का उपयोग कर लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहे है. इस बार प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से चाइना डोर का व्यापार हो रहा है. 


20 टांके लगाए
बुजुर्ग के भाई ने बताया गुणावद के रहवासी 65 वर्षीय तोलाराम प्रजापत अपनी पत्नी लीलाबाई के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर ससुराल केलोद के लिए निकले थे. इस बीच रास्ते में दिगठान में अचानक से चाइना डोर आ गई. इसमें बाइक सवार पति-पत्नी गिर गए जैसे ही लोगों ने देखा तो दौड़कर मदद के लिए आए और दोनों पति-पत्नी को उठाया और अस्पताल भेजा. इस घटना में बुजुर्ग कों 20 टाँके लगाए गए है. 


बच्चे को लगे 10 टांके
वहीं शाम को दशहरा मैदान क्षेत्र में साढ़े चार साल का मासूम चाइना डोर की चपेट में आ गया. मासूम कृष्णा घर से कुछ दूरी पर खेल रहा था. इस बीच अचानक मासूम चाइना डोर की चपेट में आ गया. जब घर के स्वजनों ने मासूम को खून में लत-पत देखा तो तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टरों की टीम ने मासूम के चेहरे पर 10 टांके लगा कर उसे भी भर्ती किया. फिलहाल मासूम और बुजुर्ग का उपचार जारी है.

रिपोर्ट - कमल सोलंकी