MP News: TI का गजब कारनामा! जब्त की 42 पेटी शराब और दिखाई सिर्फ इतनी, बाकि पेटियां कहां गई ?
MP News: मध्य प्रदेश के रीवा (Rewa News in Hindi) के पनवार थाना प्रभारी की एक अजीबों करतूत सामने आई है. बता दें कि टीआई ने शराब तस्करों से सांठ- गांठ करके जब्त की गई शराब की पेटियों को लौटा दिया. जब इसकी खबर उच्च अधिकारियों को लगी तो टीआई को लाईन अटैच किया गया.
अजय मिश्रा/ रीवा: मध्य प्रदेश (MP News) के रीवा से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां पर एक टीआई ने शराब तस्कर से साठगांठ करके पकड़ी गई शराब को वापस लौटा दिया. जब इसकी भनक उच्च अधिकारियों को लगी तो प्रशासन में हलचल मच गई. इसके बाद एसपी ने टीआई को लाईन अटैच किया और एसओडी को इस मामले की जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद टीआई के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
क्या है मामला
पूरा मामला प्रदेश में मतदान होने के एक दिन पहले का है, जानकारी के मुताबिक पनवार थाना प्रभारी आरएस बागरी ने 16 नवंबर की देर रात एक वाहन में रखी अंग्रेजी और देशी शराब की अवैध खेप को जब्त किया था. वाहन में करीब 42 पेटी शराब रखी गई थी. लेकिन इसमें करीब 20 पेटी की जब्ती दिखाई गई थी, जबकि अंग्रेजी शराब की 22 पेटियों को जब्ती में नहीं दिखाया गया था.
बताया जा रहा है कि बाकि शराब की पेटियां थाना प्रभारी ने अपने कमरे में रखवा लिया था. कार्रवाई के पांच दिन बाद ठेकेदार से सांठ गांठ कर शराब की खेप कोअपने कमरे से बाहर निकलवाया और वाहन में रख कर भिजवा दिया.
ऐसे पकड़ाया
थाना प्रभारी की इस करतूत का वीडियो थाना में पदस्थ एक हेड कांस्टेबल ने बना लिया था. जिसके बाद पूरे घटना क्रम की जानकारी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई, जिसकी जानकारी होने पर टीआई ने हेड कांस्टेबल से गाली- गलौच की और मोबाइल छीन कर तोड़ दिया. थाना प्रभारी के कारनामें की जानकारी डीआईजी मिथलेश शुक्ला और एसपी विवेक सिंह को हुई तो उन्होंने थाना प्रभारी पर लगे आरोपों की सत्यता परखने के लिये एसडीओपी डभौरा रूपेन्द्र धुर्वे को जिम्मेदारी दी. एसपी ने एसडीओपी को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है.
पूरे मामले को लेकर एसपी विवेक सिंह का कहना है की पनवार थाना पुलिस के द्वारा शराब पकड़े जानें की सूचना प्राप्त हुई थी. शराब पकड़े जाने के बाद थाना प्रभारी ने गलत तरीके से कार्रवाई की थी. थाना प्रभारी को लाईन हाजिर किया गया है मामले की जांच डभौरा एसओडी को सौंपी गई है. जांच के बाद जो भी रिपोर्ट निकल कर समाने आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.