टीकमगढ़ में BJP विधायकों ने माना जेपी नड्डा का फरमान, वापस लिए पत्नियों के नामांकन
MP Nikaay Chunav 2022 मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में बीजेपी के विधायकों की पत्नियों ने पार्षद पद के लिए नामांकन जमा किए थे. लेकिन अब सभी ने नामांकन वापस ले लिए हैं.
आरबी सिंह परमार/टीकमगढ़। MP Nikaay Chunav 2022: बीजेपी में परिवारवाद को लेकर बनी गाइडलाइन का असर दिख रहा है. मध्य प्रदेश के दौरे पर आए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्पष्ट किया था कि निकाय और पंचायत चुनाव बीजेपी में अब परिवारवाद नहीं चलेगा. यानि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा. टीकमगढ़ जिले में भी कुछ ऐसा ही हुआ हैं, जहां बीजेपी विधायकों की पत्नियों ने निकाय चुनाव से अपने नामांकन वापस ले लिए.
विधायकों की पत्नियों ने नामांकन फार्म लिए वापस
इस बार नगर पालिका के अध्यक्षों का चयन पार्षद करेंगे. ऐसे में टीकमगढ़ जिले के दो विधायकों सहित एक पूर्व विधायक की पत्नी ने पार्षद पद के लिए अपना-अपना नामांकन जमा किया था. लेकिन बीजेपी की गाइडलाइन के चलते इन सभी की पत्नियों ने अपना-अपना नामांकन वापस ले लिया.
इन विधायकों की पत्नियों ने दाखिल किया था नामांकन
दरअसल, नगरीय निकाय चुनाव के चलते अध्यक्ष पद की दावेदारी करते हुए टीकमगढ़ से भाजपा विधायक राकेश गिरी की पत्नि लक्ष्मी गिरि ने नगर पालिका टीकमगढ़ के वार्ड क्रमांक-20 से पार्षद पद हेतु अपना नामांकन दाखिल किया था. लक्ष्मी गिरि पहले भी टीकमगढ़ नगर पालिका की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
वहीं जतारा विधायक हरिशंकर खटीक की पत्नी विंन्देश्वरी खटीक ने नगर पंचायत पलेरा के वार्ड क्रमांक-10 से पार्षद पद हेतु अपना नाम निर्देशन पत्र जमा किया गया था, इसके अलावा टीकमगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव की पत्नि आराध्या श्रीवास्तव ने टीकमगढ़ नगर पालिका के वार्ड पार्षद पद हेतु अपना नामांकन पत्र जमा किया था. लेकिन अब इन तीनों ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव पार्टी के सिंबल पर होते हैं. ऐसे में इन सभी को नेताओं की पत्नियों को पार्टी की गाइडलाइन का पालन करना पड़ा, जिसके चलते सभी ने अपना-अपना नामांकन वापस ले लिया. हालांकि पंचायत चुनाव में इन विधायकों के कुछ परिजन चुनाव लड़ रहे हैं.
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