जिस गांव को घोषित किया था संवेदनशील, वहां निर्विरोध हुआ सरपंच का चुनाव, जानिए कैसे हुआ यह बदलाव
MP Panchayat Election: एक तरफ जहां पूरे प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर घमासान मचा हुआ है, वहीं आगर मालव जिले के बापच ग्राम के लोगों ने सामुहिक फैसला लेते हुए निर्विरोध सरपंच सहित पंचों का चुनाव कर दिया है.
कनिराम यादव/आगर मालवाः एक तरफ जहां पूरे मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव का घमासान मचा हुआ है, वहीं आगर मालवा जिले की एक पंचायत ने मिसाल कायम करते हुए सामूहिक रूप से फैसला करते हुए निर्विरोध सरपंच सहित पंचों का चुनाव किया है. इसके बाद सरपंच सहित पंचों के निर्विरोध चुने जाने पर ग्राम में खुशियां मनाई गई. ग्रामीणों द्वारा लिया गया यह फैसला प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
बापचा में सभी वर्ग के हैं मतदाता
दरअसल आगर मालवा जिले के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बापचा के बाशिंदों ने मिसाल कायम की है. करीब 1455 मतदाताओं वाली ग्राम पंचायत बापचा के अंतर्गत कराड़िया और बापचा आते हैं. इस पंचायत में कुल 17 वार्ड पंच के तथा सरपंच का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. मतदाताओं में 748 पुरुष तथा 707 महिला मतदाता है. पंचायत में यादव, अहीर, अनुसूचित जाति सहित सभी वर्गों के मतदाता हैं.
बता दें कि वहीं विधानसभा उपचुनाव में यहां से कांग्रेस जीती तो इससे पहले लोकसभा में बीजेपी. इन सबके बावजूद इस पंचायत के मतदाताओं ने ग्राम की चौपाल पर लगातार एकत्रित होकर एक मत बनाया और बिना किसी मनमुटाव के सरपंच सहित पंचों को निर्विरोध चुन लिया.
ग्रामीणों ने मनाई खुशी
बापचा ग्राम में स्थित जिस मन्दिर के सामने ग्रामीणों ने निर्णय लिया था, कि वे बिना चुनाव के ही अपना मुखिया चुनेंगे. उसी मंदिर के सामने निर्विरोध चुनाव के बाद ग्रामीणों ने इक्कठा होकर खुशियां मनाई. इस दौरान ग्रामीणों ने न केवल फटाके फोड़े, बल्कि सरपंच प्रतिनिधि का साफा बांधकर स्वागत भी किए. इसके अतिरिक्त सभी में मिठाई भी बांटा गया. ग्राम के सभी लोगो की उपस्थिति में ग्राम के विकास पर चर्चा भी की गई.
ग्रामीणों की सहमति से लिया गया फैसला
ग्राम के बुजुर्ग भी इसे बड़ी उपलब्धि मानते है, कि सभी निर्विरोध चुने गए है. क्योंकि पिछले कुछ वर्षों से चुनाव में खासा घमासान देखने को मिलता था, यहां तक कि मतदान केंद्र को संवेदनशील भी घोषित किया हुआ है. इस उप्लब्धि के बाद ग्रामीण मानते है कि उनके ग्राम में खासा विकास हो सकेगा. आपसी सोहाद्र से ग्राम की चौपाल पर ही ग्राम में सभी कार्य आम सहमति के बाद ही कराए जाने का फैसला भी ग्रामीणो ने लिया है.
ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी ग्राम में विकास कार्य आम सहमति से ही किये जाते रहे हैं. जैसा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने घोषणा की हुई है कि निर्विरोध पंचायतों को विकास कार्यो के लिए विशेष रूप से पुरस्कार राशि दी जाएगी. इस राशि का उपयोग अब बापचा पंचायत के वासी विकास कार्यो में करेंगे.
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ग्राम बापचा के सरपंच प्रतिनधि घनश्याम सूर्यवंशी ने बताया कि एक तरफ जहां कुर्सियों के लिए घमासान मचा हुआ है, वहीं ग्राम के विकास के लिए ग्राम पंचायत बापचा के ग्रामीणों की पहल तारीफे काबिल है. यदि इसी तरह आम सहमति से फैसले लिए जाए तो ग्राम में विकास और भी तेजी व बिना किसी भेदभाव के किये जा सकते हैं. ग्रामीणों की इस पहल से न केवल सरकार को चुनावों में खर्च होने वाली राशि की बचत होगी, बल्कि ग्राम में भी आपसी मनमुटाव से बचा जा सकेगा. ऐसी पहल को बाकी की पंचायतों को अपनाने की जरूरत है.
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