MP Panchayat Election: पंचायत चुनाव के नतीजों के बाद अब राजनीतिक पार्टियों को अपने जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्यों के खिसकने का डर सता रहा है. यही वजह है कि राजनीतिक पार्टियां अब अपने-अपने सदस्यों की बाड़ेबंदी में जुट गई हैं. साथ ही एक दूसरे पर सदस्यों को अगवा करने का आरोप लगा रही हैं. खास बात ये है कि एमपी में पहली बार पंचायत चुनाव में बाड़ेबंदी का ट्रेंड देखने को मिल रहा है और ऐसी खबरें आ रही हैं कि 100 से ज्यादा जिला और जनपद सदस्य गायब हैं. आरोप है कि क्रॉस वोटिंग के डर से राजनीतिक पार्टियों ने इन सदस्यों को घूमने के लिए भेज दिया है. 


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खबरों के अनुसार, यशोधरा राजे सिंधिया के जिले के सदस्य मथुरा वृंदावन में धार्मिक यात्रा पर गए हैं. वहीं राजगढ़ जिले के कुछ सदस्यों के छत्तीसगढ़ जाने की बात सामने आ रही है. उज्जैन जिले में भी कई सदस्य बाहर गए हुए हैं. 


कांग्रेस ने लगाया बाड़ेबंदी का आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा, कांग्रेस के जनपद सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों को अगवा करने में जुटी है. कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज सिद्दीकी ने कहा कि भाजपा द्वारा कांग्रेस सदस्यों को अगवा करने की शिकायतें आ रही हैं. इसी को देखते हुए कांग्रेस अपने जनपद और जिला पंचायत सदस्यों को सुरक्षित करने में जुटी हुई है. 
 
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने विपक्षी पार्टी को ही घेर लिया है. भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि हमारे जिला और जनपद अध्यक्ष एक तरफा बन रहे हैं. हमारे पास बहुमत है. कांग्रेस हमारे बीजेपी सदस्यों की कांट-छांट और बाड़ेबंदी में जुटी है. बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस उल्टा हम पर आरोप लगा रही है!बीजेपी अपने सदस्यों के साथ लंच डिनर बैठक कर रही है. बता दें कि 29 जुलाई को अध्यक्ष का चुनाव होना है. 


29 जुलाई को सभी 52 जिलों में अध्यक्ष और 27-28 जुलाई को 313 जनपद अध्यक्षों और उपाध्यक्षों का चुनाव होगा.