आकाश द्विवेदी/भोपालः पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक (heart attack) के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. कुछ लोगों को जिम करने के दौरान भी हार्ट अटैक आ जा रहा है तो किसी को नाचते नाचते, हाल ही में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक पुलिसकर्मी (policeman) को हार्ट अटैक आया था. जिसकी जान सीपीआर (cpr) से बचाई गई. इसके पहले भी ग्लालियर में एक महिला पुलिसकर्मी ने सीपीआर देकर जान बचाई थी. हार्ट अटैक के बढ़ते मामले को देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने एक नया अभियान शुरू (mp police new campaign) किया है. जिसमें पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को सीपीआर की ट्रेनिंग दी जा रही है. जिससे अचनाक हार्ट अटैक की स्थिति में पुलिसकर्मी लोगों की जान बचा सकेंगे. 


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पुलिसकर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
आए दिन हार्ट अटैक के मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं. विशेषज्ञों की मानें तो सीपीआर से हार्ट अटैक के मामले में जान बचने की संभावना दोगुनी हो जाती है. ऐसे में इसको देखते हुए अब मध्य प्रदेश पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेंड किया जा रहा है और CPR की ट्रेनिंग दी जा रही है. ताकि पुलिसकर्मी आपातकाल में हार्ट अटैक के मरीज की जान बना सकेंगे. एमपी के पुलिसकर्मियों के प्रदेश स्तरीय सीपीआर प्रशिक्षण का कार्यक्रम की शुरुआत डीजीपी सुधीर सक्सेना ने भोपाल पुलिस लाइन से की है.


हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि के प्रमुख कारण
हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि का सबसे प्रमुख कारण खानपान और दिनचर्या में अनियमितता है. आज के इस भागदौड़ वाली वाली जिंदगी में ज्यादात्तर लोग अपनी जीवनशैली पर ध्यान देना छोड़ दिए हैं. लोग जमकर धूमपान कर रहे हैं और व्यायाम करना छोड़ रहे हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और धमनियों का ब्लॉक करता है. जो आगे चलकर हॉर्ट अटैक का कारण बनता है. हार्ट के मरीज को तली-भुनी चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. साथ ही दवा लेने में लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए.


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