MP Political News: प्रीतम लोधी की घर वापसी तय! CM शिवराज के साथ किया पौधारोपण, मुख्यमंत्री ने दिया बड़ा बयान
MP Political News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बीजेपी (BJP) से निष्कासित नेता प्रतीम लोधी (Pritam Lodhi) के घर वापसी के कयास एक बार फिर तेज हो गए हैं. इस बार वो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के साथ पौधारोपण करते नजर आए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें लेकर बड़ी बात कही है.
MP Political News: भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा चुनाव 2023 (Assembly Elections 2023) से पहले बीजेपी (BJP) अपने नेताओं के घर वापसी के सिलसिले में जुट गई है. ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है पार्टी से निष्कासित नेता प्रीतम लोधी (Pritam Lodhi) की, जिसमें वो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के साथ पौधारोपण करते नजर आ रहे हैं. इसके लिए वो भोपाल के स्मार्ट पार्क पहुंचे थे. जहां, मुख्यमंत्री ने उन्हें लेकर बड़ा बयान दिया है.
सीएम और लोधी ने क्या कहा?
आज प्रीतम लोधी ने सीएम शिवराज के साथ पौधारोपण किया है. इसके बाद लोधी ने कहा कि BJP में कुछ तो ऐसा करिश्मा है कि सब लौटकर जाते हैं. पौधारोपण करने आया हूं. इसकी जड़े मजबूत हों, फल कोई खाए उसकी चिंता नहीं है.
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे साथी हैं. आज साथ में पेड़ लगाने आए हैं. अब ये सीधी संकेत है कि कि प्रीतम लोधी की बीजेपी में वापसी हो रही है.
ब्राह्मण और कथावाचकों पर दिया था विवादित बयान
बता दें प्रीतम लोधी को अगस्त में ब्राह्मण और कथावाचकों के खिलाफ दिए विवादित बयान के बाद पार्ट ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था. लोधी ने कहा था 'कथावाचक पंडित आपको पागल बनाते हैं. ये दक्षिणा लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं. ये कथावाचक कम उम्र की महिलाओं को आगे बैठाते हैं. इनकी नजर कहीं और होती है.'
मांग चुके हैं माफी
बाद में मामला बिगड़ने पर लोधी ने माफी मांग ली थी. लोधी ने कहा क मेरा मकसद किसी को दुखी करना नहीं था. अपने बयान के लिए माफी मांग चुका हूं. निष्कासन के बाद जनता ने मुझे हाथों हाथ लिया. मेरी बात सही थी, तभी लोगों ने इतना प्यार दिया.
बता दें नवंबर-दिसंबर में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले बीजेपी रूठे और नाराज चल रहे नेताओं को मनाने में जुट गई है. वो नहीं चाहती की किसी भी जाति वर्ग या समाज की नाराजगी उसे चुनाव में भारी पड़े.