Ramniwas Rawat: कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए सीनियर विधायक रामनिवास रावत को मोहन सरकार में मंत्री बनाया गया है. उन्होंने राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में अकेले ही मंत्री पद की शपथ ली है. रावत चंबल अंचल से आते हैं, जहां की सियासत एमपी में सबसे दिलचस्प मानी जाती है. उनके मंत्री बनने के बाद भी कुछ ऐसा हुआ, जिससे सब हैरान ही है. दरअसल, कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने रामनिवास रावत को मंत्री बनने पर बधाई दी है. ऐसे में यह मामला अब प्रदेश के सियासी गलियारों में तेजी से चर्चा में हैं. क्योंकि गोविंद सिंह और रामनिवास रावत एक ही अंचल और आसपास के जिलों से आते हैं. 


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गोविंद सिंह ने रावत को दी बधाई 


दरअसल, गोविंद सिंह सोमवार को ग्वालियर पहुंचे थे. यहां जब उनसे रामनिवास रावत को मंत्री बनाए जाने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि रामनिवास रावत को मंत्री बनने की बधाई. लेकिन उन्होंने लगे हाथ पलटवार भी किया और कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि वो कम से कम अपनी विचारधारा नहीं बदलें. रावत ने जिस विचारधारा के आधार पर राजनीति की है वह उसे ही आगे बढ़ाए. ऐसी उम्मीद करता हूं. 


कांग्रेस छोड़ने की वजह भी बताई 


गोविंद सिंह ने रामनिवास रावत के कांग्रेस छोड़ने की वजह भी बताई है. उन्होंने कहा कि रावत और उनका बरसों का साथ रहा है. वह अभिन्न मित्र रहे हैं. लेकिन उन्हें कांग्रेस में कुछ परेशानियां थी. मैंने उनसे बात भी की थी कि आपको कांग्रेस में क्या परेशानी हो रही है. जिस पर उन्होंने बताया था कि पार्टी में उनका कुछ नेताओं से तालमेल नहीं बैठ पा रहा है. इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और वह बीजेपी में शामिल हो गए. अब वह मंत्री बन गए हैं तो उनको बधाई देता हूं. गोविंद सिंह ने यह भी कहा कि रावत मुरैना लोकसभा सीट से टिकट मांग रहे थे. लेकिन जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने पार्टी छोड़ी. 


एक ही अंचल से आते हैं दोनों दिग्गज 


बता दें कि रामनिवास रावत और गोविंद सिंह एक ही अंचल से आते हैं और दोनों लंबे समय तक कांग्रेस की तरफ से सदन में एक साथ विधायक भी रहे हैं. जबकि दोनों दिग्विजय सिंह सरकार में एक साथ मंत्री भी रहे हैं. गोविंद सिंह भिंड जिले से आते हैं और रामनिवास रावत श्योपुर जिले से आते हैं. ग्वालियर चंबल में यह दोनों दिग्गज बड़े नेता रहे हैं, लेकिन अब दोनों की राजनीतिक राहें फिलहाल जुदा हो गई हैं. लेकिन जिस तरह से गोविंद सिंह ने रावत को बधाई दी है उससे राजनीतिक जानकर अपने-अपने स्तर पर अटकलें लगाने में जुट गए हैं. 


6 बार के विधायक हैं रावत 


रामनिवास रावत को डॉ मोहन यादव की सरकार में मंत्री बनाया गया है. वह लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. जिसके 68 दिन बाद उन्हें मंत्री बनाया गया है. रावत श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से 6 बार के विधायक रह चुके हैं. मंत्री बनने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में उनकी सीट पर उपचुनाव की घोषणा जल्द हो सकती है. जहां रावत का एक बार फिर से उपचुनाव लड़ना तय माना जा रहा है. 


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