Madhya Pradesh News In Hindi:  मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 की काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है. प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 की काउंसलिंग के 7500 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था. लेकिन नियुक्ति 26 जिलों में 5498 पदों पर हुई. वहीं बाकी के पदों पर भर्ती नहीं हुई. ऐसे में युवाएं काफी परेशान हैं. क्योंकि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. एमपी में ऐसा लगता है कि हर भर्ती में गड़बड़ झाला है. ताजा मामला शिक्षक भर्ती से जुडा है. शिक्षा विभाग ने भर्ती के 2002 पदों को ही गायब कर दिया .


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लोक शिक्षण संचालनालय के आदेश देखिये
पहला आदेश 2 मई 2023 का जिसमें 7500 प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन है. दूसरा आदेश 10 अगस्त 2023 का जिसमें 26 जिलों में 5,498 पात्र अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति दी. इससे ये बात सामने आती है कि यदि इतने पदों पर नियुक्ति निकाली गई थी तो बाकी के 2002 पदों पर भर्ती प्रक्रिया कहा गई?


बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 की काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है. विभाग की ओर से पहली काउंसलिंग में प्राथमिक शिक्षक के 18,527 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था, इसमें 10 हजार से ज्यादा एसटी वर्ग के लिए पद दे दिए.  इसके बाद दूसरे चरण की काउंसलिंग में 7,500 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था, लेकिन विभाग ने 5,498 पात्र अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति पत्र 10 अगस्त को जारी किया है. सवाल ये है कि बाकी पद कहा गए.


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2002 पद गायब करने के मामले को लेकर सियासत हुई तेज 
2 मई 2023 को शासन ने प्राथमिक शिक्षक के लिए 7500 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला लेकिन लिखित परीक्षा देने के बाद काउंसलिंग के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया. इसमें 2002 कम पदों पर भर्ती न करने का आरोप पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव  ने लगाया. उन्होंने कहा कि, शिवराज सरकार भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों को क्यों परेशान कर रही है ?


रिपोर्टर- प्रमोद शर्मा