प्रितेश शारदा/नीमच: मध्य प्रदेश में कई दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. कहीं कम तो कहीं भारी बारिश का सिलसिला जारी है. लगातार बारिश के चलते एक तरफ नदी नाले उफान पर हैं तो दुसरी तरफ खेतों में लगी फसलों में भारी तबाही शुरू हो गई है. जिसके कारण किसानों की खून पसीने की मेहनत बर्बाद होने की कगार पर है. नीमच जिले में सोयाबीन और उड़द की फसलों पर पर बारिश का कहर टूट पड़ा है.


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बता दें कि बीते पखवाड़े तक बारिश की बेरुखी बनी हुई थी, लेकिन अचानक मौसम ने करवट ली और तेज मध्यम बारिश का दौर शुरू हो गया.अब हालात यह है कि नाले उफान पर हैं और कई गावों का आपस में सड़क सम्पर्क टूट गया है. अधिक बारिश के कारण अब खेतों में जलभराव की स्थिति बन चुकी है. जिसके कारण खेतों में खड़ी फसल गलने लगी है.


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फसल बचाने के लिए भी नहीं बचा रास्ता
नीमच जिले के मनासा उपखंड के कई गांवों में सोयाबीन, उड़द की फसल लगातार वर्षा के कारण नष्ट हो गई है. हालात यह हैं कि कुछ गांवों में तो  किसान बर्बाद होती फसल को थोड़ा बहुत बचाने का जतन भी नहीं कर पा रहे हैं. क्योंकि खेत जाने के रास्ते भी या तो डूब गये हैं या वहां गहरे तक कीचड़ जमा हो गया है.


किसान सरकार से लगा रहे गुहार
अंचल के किसान सरकार से बर्बाद फसलों का सर्वे कराने और मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. जिस पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने प्रारंभिक सर्वे की बात कही है. साथ ही किसानों को ऐसी बारिश में फसल न काटने की सलाह दी है.


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