Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के अवसर पर देश भर के शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा है. मध्य प्रदेश में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के अलावा प्रदेश भर के शिवालयों पर भक्त दर्शन करने के लिए जा रहे हैं. ऐसे ही एक हजारों साल पुराना मंदिर नर्मदापुरम जिले में स्थित है. जहां पर शिवरात्रि के अवसर पर मेला लगता है और यहां पर दर्शन करने के लिए प्रदेश के कोने- कोने से भक्त आते हैं. आइए जानते हैं मंदिर की ऐतिहासिकता के बारे में. 


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नर्मदापुरम शिवालय 
नर्मदापुरम जिले में सोहागपुर में पिपरिया सड़क मार्ग के किनारे स्थित शिवालय में भगवान शिव पार्वती की लगभग 5000 साल पुरानी मूर्ति स्थापित है. माना जाता है कि यह मूर्ति 1961 में एक खेत में खुदाई के दौरान निकली थी. तभी से 3.5 फीट ऊंची और 2.3 फीट चौड़ी भगवान शिव पार्वती की प्रतिमा और मंदिर श्रद्धालुओं का ही आस्था का केंद्र है. मंदिर में ही शिवलिंग भी विराजित है जो जनेऊ से घिरा है. 


जानकारों के मुताबिक भगवान शिव की प्रतिमाएं दुर्लभ हैं और माता पार्वती के साथ भगवान शिव की प्रतिमा बेहद कम है और यह स्वरूप अत्यंत दुर्लभ है. इसलिए यहां का महत्व विशेष माना जाता है. महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिव और माता पार्वती का दिव्य पर्व है इसलिए यहां का महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शन पूजन महाफलदायी माना जाता है. 


महाशिवरात्रि पर लगता है मेला
महाशिवरात्रि के अवसर पर हर साल यहां मेला लगता है जिसमें आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं, इसके साथ ही साथ सावन के महीने में कांवड़िये माता नर्मदा का जल लेकर यहां आते हैं. ऐसी मान्यता है कि यहां पर भगवान शिव के साथ माता पार्वती की जो भी भक्त पूजा अर्चना करते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. बता दें कि इस मंदिर के अलावा भी जिले में कई मंदिर है जहां पर भक्ता दर्शन करने के लिए आते हैं.