Madhya Pradesh Tourist Place:  आज नेशनल टूरिज्म डे (National Tourism Day 2024) है. देश भर में इस दिवस को मनाया जाता है. पहली बार 1948 में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया गया था. इसके बाद जब देश आजाद हुआ तो पर्यटन समिति का गठन किया गया और 1951 में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इसकी शुरुआत हुई जिसके बाद से हर 25 जनवरी को ये दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं एमपी (MP Tourism Place) की उन जगहों के बारे में जहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं. 


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पचमढ़ी की पहाड़ियां
मध्य प्रदेश में घूमने वाली जगहों में पचमढ़ी की पहाड़ियां काफी ज्यादा फेमस है. इसे सतपुड़ा की रानी के रूप में भी जाना जाता है. इसके कई झरनों में अप्सरा विहार काफी खूबसूरत है और सिल्वर फॉल भी लोगों को अपनी तरफ खींचता है. इसके अलावा भी यहां पर घूमने के लिए बहुत कुछ है. ये नर्मदापुरम जिले में स्थित है. 


सांची का स्तूप 
सांची का स्तूप मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है. राजधानी भोपाल से ये 46 किमी दूरी पर स्थित है जबकि ये विदिशा जिसे 10 किमी दूरी पर स्थित है.  यहां पर कई बौद्ध स्मारक है. इसे सम्राट अशोक महान ने तीसरी शती, ई.पू. में बनवाया था. आज भी घूमने टहलने के शौकीन लोग सांची के स्तूप का दीदार करने जाते हैं. ऐसे में अगर आप मध्य प्रदेश में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां जा सकते हैं. 


सतपुड़ा की पहाड़ियां 
मध्य प्रदेश में घूमने के लिहाज से सतपुड़ा की पहाड़ियां काफी ज्यादा अट्रैक्टिव साबित हो सकती हैं. इस पहाड़ी के उत्तर में नर्मदा शिला और दक्षिण में ताप्ती शिला स्थित है.  इसके अलावा सतपुड़ा पहाड़ी क्षेत्र से नर्मदा, महानदी, ताप्ती जैसी नदियां निकलती है. इसी पहाड़ी पर सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ की चोटी स्थित है. 


ओरछा का किला
मध्य प्रदेश में घूमने वाली जगहों में ओरछा का किला भी काफी लुभावना है. ये निमाड़ी जिले में है. यहां पर देखा जाता है कि काफी संख्या में लोग घूमने के लिए जाते हैं. बता दें कि प्राचीन काल में मध्य भारत का सबसे बड़ा और सबसे शाक्तिशाली राज्य भी ओरछा को माना जाता था. ओरछा की नींव सोलहवीं शताब्दी में बुंदेल राजपूत राजा रुद्र प्रताप ने रखी थी. अगर आप घूमने के शौकीन हैं तो इन जगहों पर जा सकते हैं. साल 2019 में  संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे यूनेस्को की लिस्ट में शामिल किया था. उसके बाद इसका दीदार करने और लोग जाने लगे. 


मांडू का किला
मध्य प्रदेश के घूमने वाली जगहों में मांडू के किले का भी काफी ज्यादा जिक्र होता है. ये धार जिले में स्थित है और ये इंदौर शहर से 99 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. बता दें कि ये किला 2000 फीट ऊंची विंध्य की पहाड़ियों पर बना है. इसे अफगानी और वास्तुकला का अद्भुत नमूना माना जाता है. ऐतिहासिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि ये किला राजा बाजबहादुर और उनकी सुंदर रानी रूपमती के प्रेम के स्मृति का प्रतीक है.


ग्वालियर का किला
मध्य प्रदेश में घूमने वाली जगहों की बात करें तो ग्वालियर किले का भी जिक्र होता है. इस किले को ग्वालियर शहर के हर दिशा से देखा जा सकता है. बता दें कि ये किला सेंड स्टोन से बना हुआ है. अगर आप पुरानी चीजों और ऐतिहासिक चीजों को देखने के शौकीन हैं तो यहां पर जा सकते हैं.