इंदौर: इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम में टीआई हाकम सिंह की आत्महत्या के मुख्य चश्मदीद गवाह की आग में झुलसने के दौरान कल यानी शुक्रवार को निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है. वहीं एफएसएल की टीम भी मौके पर जांच करने पहुंची थी.


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अब इस पूरे मामले में पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये आत्महत्या है या एक हादसा है. इसकी पूरी जांच आगे धामनोद पुलिस कर रही है.


महिला पुलिसकर्मी को मारी थी गोली
दरअसल भोपाल के श्यामा हिल थाने के थाना प्रभारी हाकम सिंह ने पिछले दिनों इंदौर में पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचकर महिला पुलिसकर्मी से विवाद के बाद अपने आप को गोली मारकर मौत के घाट उतार लिया था. हाकम सिंह ने अपने आप को गोली मारने से पहले महिला पुलिसकर्मी रंजना पर भी गोली चलाई थी. जिससे वह घायल हो गई थीं. 


कमलेश था इसका मुख्य गवाह
वहीं इस पूरे घटनाक्रम का चश्मदीद गवाह पुलिसकर्मी रंजना का भाई कमलेश भी घटना के समय मौजूद था. वह पिछले 2 दिनों पूर्व धामनोद में अपने घर पर खाना बनाते समय आग में झुलस गया था. जिसको इंदौर के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया था. जहां कल कमलेश की मौत हो गई. मृतक कमलेश इस पूरे घटनाक्रम का चश्मदीद गवाह था. 


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पुलिस जांच में जुट गई
अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि कमलेश ने आत्महत्या की है या एक हादसा है. इसकी पूरी आगे की जांच पुलिस करने में जुटी है. वहीं मृतक कमलेश के बड़े भाई ने बताया कि यह एक खाना बनाते समय हादसा है, तो उसकी बहन के घटनाक्रम से उसका कोई लेना-देना नहीं था. जो भी जानकारी मीडिया में चल रही है उसको मृतक के बड़े भाई ने गलत बताया है.