NHM Paper Leak Case: मध्य प्रदेश में UP की गैंग करा रही थी चीटिंग, इतने लाख में हुआ था सौदा; ऐसे हुआ खुलासा
NHM Paper Leak Case: 7 फरवरी को आयोजित NHM यानि नेशनल हेल्थ मिशन मध्यप्रदेश की परीक्षा के पेपर लीक मामले में ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 आरोपियों को पकड़ा है. इनमें से कुछ लोग प्रयागराज, हरियाणा और मेरठ के रहने वाले हैं. जानिए पूरा मामला...
NHM Paper Leak Case Gwalior: करतार सिंह राजपूत/ग्वालियर। नेशनल हेल्थ मिशन के नर्सिंग स्टॉफ भर्ती परीक्षा मामले को लेकर ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने बड़ा खुलासा किया है. उत्तर प्रदेश से ऑपरेट होने वाली गैंग का नेटवर्क मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर से जुड़े हुए हैं. पुलिस ने इस मामले में अब तक आठ लोगों की गिरफ्तारी की है. हालांकि अभी तक गिरोह का मास्टर माइंड फरार है. बताया जा रहा है वो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का रहना वाला है.
8 आरोपी हुए गिरफ्तार
ग्वालियर पुलिस को एक छात्र के परिजन ने सूचना दी कि कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया है. वो डील करने डबरा के टेकनपुर स्थित होटल के पास बुला रहे हैं. सूचना पर क्राइम ब्रांच ने छापा मारा और मौके से 33 लोगों को पकड़ा. इनमें से आठ आरोपी हैं, जो पेपर (पर्चा) लीक कर बेच रहे थे.
मेरठ, इलाहबाद और हरियाणा के आरोपी
पकड़े गए दो आरोपी उत्तरप्रदेश के मेरठ और इलाहबाद के रहने वाले हैं. बाकी दो आरोपी हरियाणा और तीन ग्वालियर के रहने वाले हैं. इसके अलावा मौके से 26 स्टूडेंट्स को भी पकड़ा, जिनमें 15 लड़कियां और 11 लड़के हैं. अभी बताया जा रहा है मामले का मास्टरमाइंड प्रयागराज का रहने वाला है, जो अभी फरार चल रहा है. क्राइम ब्रांच की सख्त पूछताछ में आरोपियों ने स्टूडेंट्स को पर्चा बेचना भी कबूल किया है.
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80 छात्रों के साथ हुआ था सौदा
ग्वालियर पुलिस ने बताया कि सभी छात्रों को आरोपियों ने टेकनपुर बुलाया था. 80 परीक्षार्थियों से गैंग ने सौदा किया था. प्रत्येक परीक्षार्थी से 2 से 3 लाख रुपए में बात तय हुई थी. आरोपियों ने गारंटी बतौर परीक्षार्थी से ओरिजनल दस्तावेज़ जमा करा लिए थे.
क्या है मामला?
NHM यानि नेशनल हेल्थ मिशन मध्यप्रदेश की परीक्षा 7 फरवरी को आयोजित होनी थी. इसमें संविदा स्टाफ नर्स भर्ती के लिए टेस्ट होना था. लेकिन, पर्चा लीक होने के कारण एग्जाम को निरस्त कर दिया गया थी. इसी के बाद से पुलिस जांच में जुटी थी.
कहां से मिला था पर्चा?
पूछताछ में आरोपियों ने यह भी बताया कि उन्होनें पर्चा स्ट्रेटेजिक अलायंस मैनेजमेंट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड (SAMS) नाम की कंपनी की वेबसाइट से ऑनलाइन खरीदा था. यह कंपनी सरकारी विभागों में रिक्रूटमेंट कंसल्टिंग का काम करती है. आरोपियों ने इसके एवज में 15 लाख रुपए भी चुकाए थे. हालांकि, यह साफ नहीं हो सका है कि कंपनी के पास पर्चा कहां से आया.
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जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल कंपनी से संबंधित कोई भी व्यक्ति नहीं पकड़ा गया है. परीक्षा ले रही एजेंसी से आरोपियों का सीधा कनेक्शन नहीं है. आरोपी इसी कंपनी के जरिए ही पूरा काम कर रहे थे. पुलिस इस मामले में NHM के अफसरों की भूमिका की भी जांच कर रही है. बहरहाल पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर ले रही है, जिससे इनके नेटवर्क का खुलासा हो सकें.