नई दिल्लीः ओमिक्रोन के मामले देश में बढ़ रहे हैं लेकिन अभी तक के अध्ययन से पता चला है कि ओमिक्रोन का संक्रमण ज्यादा खतरनाक नहीं है. यही वजह है कि डॉक्टर लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह ना घबराएं. बीएचयू के डॉक्टर विजय नाथ मिश्रा का कहना है कि ओमिक्रोन के मरीजों में नाक बहना, गला जाम, खांसी जैसे लक्षण ही दिख रहे हैं. 



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डॉ. मिश्रा ने बताया कि ओमिक्रोन के मरीज Azithromycin (500 mg)टैबलेट के 5 दिन के कोर्स से ठीक हो रहे हैं. मरीजों को चौथे दिन से आराम हो रहा है. अभी तक ओमिक्रोन से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है. हालांकि डॉ. मिश्रा ने लोगों से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की. बता दें कि इससे पहले भी कई विशेषज्ञ ओमिक्रोन को लेकर ऐसा ही कह रहे हैं कि यह वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है. ओमिक्रोन तेजी से फैलता है लेकिन इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है.  


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जयपुर के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. आर.एस.खेदर का भी कहना है कि ओमिक्रोन हमारे शरीर की पहली रक्षा पंक्ति यानी कि एंटीबॉडी को तो हराने में सक्षम है लेकिन यह वैरिएंट शरीर की दूसरी रक्षा पंक्ति मानी जाने वाली टी-सेल्स को नहीं हरा पाता. यही वजह है कि मरीज को इंफेक्शन होने के कुछ दिन सामान्य लक्षण जैसे खांसी, जुकाम आदि दिखते हैं लेकिन फिर वह ठीक हो रहे हैं. मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत भी नहीं पड़ रही है और वह घर पर ही इलाज से ठीक हो रहे हैं.


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