Pansemal Vidhan Sabha Seat: पानसेमल सीट पर कांग्रेस का कब्जा, BJP खास प्लानिंग के तहत क्या इस बार करेगी वापसी?
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है. प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा. ऐसे में राजनीतिक दल एक-एक विधानसभा सीट पर तैयारियों में जुटे हैं. वहीं बड़वानी जिले की पानसेमल सीट पर चुनाव की हलचल अब देखने को मिलने लगी है.
Pansemal Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है. प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा. ऐसे में राजनीतिक दल एक-एक विधानसभा सीट पर तैयारियों में जुटे हैं. वहीं बड़वानी जिले की पानसेमल सीट पर चुनाव की हलचल अब देखने को मिलने लगी है. पानसेलम सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है. बीजेपी ने यहां से श्याम बर्डे को पानसेमल सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. तो वहीं कांग्रसे की लिस्ट का अब इंतजार है. जानिए इस सीट का समीकरण...
पानसेमल सीट का जातीय समीकरण
पानसेमल सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर करीब 60 फीसदी वोटर्स अनुसूचित जनजाति समाज से आते हैं. अनुसुचित जनजाति के वोटर्स ही यहां पर हार और जीत तय करते हैं.
पानसेमल सीट पर कुल मतदाता
कुल मतदाता - 2 लाख 40 हजार 864
महिला मतदाता- 1 लाख 20 हजार 700
पुरुष मतदाता - 1 लाख 20 हजार 162
वहीं किन्नर मतदाता की संख्या 2 है..
इस सीट का राजनीतिक इतिहास
पानसेमल विधानसभा सीट साल 2008 में राजपुर विधानसभा से अलग होकर वजूद में आई थी. यहां पर पहली बार कांग्रेस के बाला बच्चन और बीजेपी के कन्हैया सिसोदिया के बीच मुकाबला हुआ था. जिसमें बाला बच्चन ने करीब 3 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी. वहीं साल 2013 में बीजेपी के दीवान सिंह ने कांग्रेस के चंद्रभागा किराड़े से चुनाव जीता था.
साल 2018 में ऐसा रहा था चुनाव परिणाम
2018 के विधानसभा चुनाव पर नजर डाले तो यहं पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच काफी तगड़ा मुकाबला देखना को मिला था. बीजेपी ने दीवान सिंह को टिकट दिया था, जबकि कांग्रेस की ओर से चंद्रभागा किराड़े को टिकट मिला था. इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को 94,634 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी को 69,412 वोट मिले थे. कांग्रेस ने इस तरह ये चुनाव 25,222 मतों से ये चुनाव जीत लिया था..