प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की सप्लाई पर पिछले कुछ दिनों में तेजी से कटौती देखी जा रही है. प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कमी होने की बात सामने आ रही है. वहीं नगरीय निकाय चुनाव के बीच इस मुद्दे पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. 


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दरअसल, प्रदेश के कई पेट्रोल पंपों पर डीजल और पेट्रोल की सप्लाई बधित हुई है. बताया जा रहा है कि हिंदुस्तान और भारत पेट्रोलियम ने सप्लाई कम कर दी है, ऐसे में डीलर्स को पर्याप्त ईंधन नहीं मिल रहा है, हालांकि इंडियन ऑयल की सप्लाई ठीक है, इसी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी मुद्दे पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. 


कांग्रेस ने साधा निशाना 
''भारतीय जनता पार्टी सरकार में हर दिन एक नई समस्या आकर खड़ी हो जाती है. एमपी के आधे से ज्यादा पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल नहीं है, जनता परेशान हो रही है नगरीय निकाय चुनाव से पहले ऐसे हालात है, जनता नगरी निकाय चुनाव में भाजपा को सबक सिखाए और भाजपा का सफाया करें. क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार इस मामले को लेकर फेल हुई है. जल्दी ही खेती बाड़ी का काम शुरू होने वाला है ऐसे में पेट्रोल डीजल की कमी से किसानों की मुश्किल बढ़ सकती है. अगर कमी इसी तरह रही तो जल्द ही हम सड़कों पर उतरेंगे.''


बीजेपी का पलटवार 
वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी ने भी पलटवार किया, बीजेपी नेता अभय प्रताप सिंह ने कहा कि ''जनता कहीं परेशान नहीं है. पीएम मोदी ने पेट्रोल-डीजल पर दो बार दाम कम किए हैं. प्रदेश सरकार ने भी दाम कम किये है. इसलिए कांग्रेस सबसे ज्यादा परेशान है क्योंकि उन्होंने जो घोटाले किए थे उससे स्थिति चरमरा गई थी अब स्थिति ठीक हो रही है.'' दरअसल, मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव हो रहे हैं, ऐसे में पेट्रोल-डीजल के मुद्दे पर दोनों ही पार्टियां आमने-सामने हैं. क्योंकि इस वक्त यह मुद्दा गर्माया हुआ है. 


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