MP ही नहीं दूर-दूर तक मशहूर है विंध्य का ये फल, स्वाद में है लाजवाब, खूब बढ़ रही डिमांड
Maihar News: मध्य प्रदेश का विंध्य आम जैसे कई फलों के लिए मशहूर है, इनमें से एक है अमरूद. इसे एमपी में ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी पसंद किया जाता है. मैहर जिले के बिहारी बाग में करीब 2500 अमरूद के पेड़ हैं. इस बाग में दो तरह के अमरूद हैं जिनकी चर्चा कई राज्यों में होती है. व्यापारियों और ग्राहकों को भी यहां के अमरूद खूब पसंद आते हैं.
दरअसल, मैहर जिले के रामनगर रोड स्थित प्रतापगढ़ बिहारी बाग में अमरूदों का जंगल लहलहा रहा है. बाग से अमरूदों की खुशबू लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है. यहां के इलाहाबादी अमरूद और लखनऊ 49 का स्वाद बेमिसाल है. इस साल भी इसकी पैदावार अच्छी हुई है.
वैसे तो यहां अमरूदों की कई किस्में हैं. लेकिन जो स्वाद इलाहाबादी सफेदा अमरूद और लखनऊ 49 अमरूद में है वो किसी और अमरूद में नहीं है. बाग मालिकों को इसके अच्छे दाम भी मिलते हैं. यहां भी पेड़ों से अमरूद तोड़ने के लिए करीब 12 मजदूर लगाए गए हैं.
बातचीत के दौरान इस बाग के मालिक ने बताया कि यहां दो किस्म के अमरूद लगाए गए हैं, जिनमें से एक लखनऊ 49 और दूसरा इलाहाबादी सफेदा है.इलाहाबादी अमरूद की डिमांड ज्यादा है. इसका स्वाद भी अच्छा होता है. वैसे तो लाल अमरूद भी मिलता है लेकिन बाजार में इसकी मांग और स्वाद अच्छा नहीं होता. लोग इलाहाबादी सफेदा को ज़्यादा पसंद करते हैं.
यहां से अमरूद बिलासपुर जाते हैं, फिर वहां से दूसरी जगहों पर जाते हैं. बगीचे में करीब दो हजार पेड़ थे, जिनमें से 300 पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
50 साल से बागवानी कर रहे कोदुलाल यादव ने बातचीत के दौरान बताया कि सीजन में हर दिन बगीचे से 250 क्रेट अमरूद निकलते हैं. हम सुबह से शाम तक यहां काम करते हैं. मजदूर पेड़ से अमरूद तोड़कर क्रेट में भरते हैं. जब कोई गाड़ी आती है तो उसमें लोड करके भेज देते हैं.
बता दें कि जिले का बिहारी बाग अपने लोकप्रिय फलों के लिए जाना जाता है. यहां सिर्फ अमरूद ही नहीं बल्कि सिन्दूरजा आम भी मिलता है जो देश-विदेश की मंडियों में बिकता है.
बातचीत के दौरान बाग के मालिक ने बताया कि फलों की खेती उनका शौक तो है ही लेकिन यह व्यवसाय का भी अच्छा साधन है, इससे सालाना करीब 5 लाख की आमदनी हो जाती है. इसलिए इस बाग में हर साल आम और अमरूद की खेती की जाती है.