MP की अनूठी परंपरा! इस प्राचीन हनुमान मंदिर में आए बिना दूल्हा नहीं ले जा सकता बारात
Hanuman Mandir: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में 100 साल पुराना श्री संकट हनुमान मंदिर है. इस मंदिर की एक परंपरा जो लोग पिछले 100 सालों से चली आ रही है.
मध्य प्रदेश में भारत के प्राचीन मंदिरों का खजाना है. यहां भगवान राम, भगवान शिव , विष्णु भगवान, माता रानी के प्राचीन मंदिर है. हर मंदिर की अपनी मान्यता है. प्रदेश में हर साल हजारों श्रद्धालु का आना जाना रहता है.
मध्य प्रदेश में भगवान हनुमान का एक प्राचीन मंदिर है. यह मंदिर करीब 100 साल पुराना माना जाता है. मंदिर की एक परंपरा है जो लगभग 100 सालों से चली आ रही है.
श्री संकट हनुमान मंदिर मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के लालबाग क्षेत्र में स्थित है. हनुमान मंदिर की मान्यता है कि दूल्हा बारात निकालने से पहले मंदिर में भगवान हनुमान के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद लेने जरूर आता है. ये मान्यता पिछले 100 सालों से चलती आ रही है.
यहां के लोगों की मान्यता है कि दूल्हे की बारात इसी मंदिर से निकलेगी. दूल्हा तैयार होकर मंदिर में बजरंग बली से आशीर्वाद लेने आता है, आशीर्वाद लेने के बाद ही उसकी बारात निकलती है.
ये परंपरा पिछले 100 वर्षों से चली आ रही है और आज भी लोग इस परंपरा का श्रद्धापूर्वक निर्वाहन करते हैं. ऐसा कहा जाता है मंदिर में मांगी मनोकामना पूरी होती है.
लोगों का कहना है कि जो दूल्हा इस मंदिर में हनुमान जी का आशीर्वाद लेकर जाता है तो उसके शादी में पूरे कार्यक्रम में कोई संकट नहीं आता है.
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार और मंगलवार के दिन शाम 7:00 बजे से मंदिर में हनुमान जी की महाआरती होती है. महाआरती में बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं.
हनुमान जन्मोत्सव के दिन मंदिर में भंडारे का भी आयोजन होता है और इसमें हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं. बुरहानपुर जिले के आसपास के गांव से भी लोग दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं.