APJ Abdul Kalam Death Anniversary: जानें भारत के मिसाइल मैन की 10 अनसुनी बातें, आज ही के दिन हुआ था निधन
APJ Abdul Kalam Punya Thithi: आज भारत के 11वें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि है. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर आज हम आपको भारत के मिसाइल मैन के बारे में कुछ खास बातें बताएंगे.
ये है एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम
अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को एक तमिल मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम है. हालांकि नाम लम्बा होने के कारण उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम के नाम से मुख़्य तौर पर जाना जाता है.
पोखरण-2 में इम्पोर्टेन्ट रोल
वह जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक प्रधान मंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के सचिव थे. पोखरण-2 नुक्लिअर टेस्ट इस अवधि के दौरान किए गए थे. जिसमें उन्होंने एक इम्पोर्टेन्ट पोलिटिकल और टेक्निकल भूमिका निभाई थी.
बहुत गरीब परिवार में हुआ था जन्म
उनका जन्म बहुत गरीब परिवार में हुआ था और अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए, कलाम अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान समाचार पत्र बांटते थे.
डॉ अब्दुल कलाम द्वीप लगभग 150 किलोमीटर
एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए ओडिशा सरकार ने व्हीलर द्वीप का नाम उनके नाम पर रखा था. डॉ अब्दुल कलाम द्वीप लगभग 150 किलोमीटर है.
ऐसा था राष्ट्रपति का कार्यकाल
एपीजे अब्दुल कलाम ने हमारे देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था. उन्होंने 2002 के राष्ट्रपति चुनाव में लक्ष्मी सहगल के खिलाफ चुनाव में 922,884 वोट प्राप्त करके जीत हासिल की थी. उनका कार्यकाल 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक रहा था.
तीसरे राष्ट्रपति जो राष्ट्रपति बनने से पहले भारत रत्न से हुए सम्मानित
वे भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे. जिन्हें यह पद मिलने से पहले ही भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका था. इससे पहले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ. जाकिर हुसैन को भी राष्ट्रपति बनने से पहले भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका था. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को 1997 में भारत रत्न मिला, जबकि वे 2002 में राष्ट्रपति बने थे.
ऑटोबायोग्राफी का 13 भाषाओं में अनुवाद
उनकी आत्मकथा विंग्स ऑफ फायर: एन ऑटोबायोग्राफी पहली बार अंग्रेजी में प्रकाशित हुई थी. बाद में इसका फ्रेंच और चीनी सहित 13 भाषाओं में अनुवाद किया गया. उनके जीवन और कार्यों पर इसके अलावा छह और आत्मकथाएं हैं.
48 विश्वविद्यालयों और संस्थानों से डॉक्टरेट की मानद उपाधि
आपको जानकर हैरानी होगी कि एपीजे अब्दुल कलाम को देश-विदेश के 48 विश्वविद्यालयों और संस्थानों से डॉक्टरेट की मानद उपाधि मिली थी.
बच्चों के चहेते
दो नेताओं को भारतीय बच्चों का चहेता बताया जाता है. लोग प्रधान मंत्री नेहरू को चाचा नेहरू के रूप में जानते थे. वहीं कलाम ऐसे राष्ट्रपति थे जो बच्चों के बीच बहुत फेमस थे एपीजे अब्दुल कलाम को अपना समय बच्चों के बीच बिताना बहुत पसंद था.
2015 में हु्ई थी मौत
27 जुलाई 2015, शिलोंग IIM में एक कार्यक्रम में गए APJ अब्दुल कलाम की अचानक कार्डियेक अरेस्ट से मौत हु्ई थी . कार्यक्रम में मौजूद उनके एक सहयोगी ने बताया कि उनके आखिरी शब्द थे- ‘फनी गाएज, आर यू डूइंग वैल?’