भगवान नहीं यहां डॉक्टर हैं हनुमान, क्यों चमत्कारिक है एमपी का ये खास मंदिर
mp news-अजब-गजब एमपी में बहुत कुछ ऐसा है जो सच में अजब-गजब है. आपने हनुमान जी की भगवान के रूप में पूजा होती देखी होगी और सुना भी होगा, लेकिन मध्यप्रदेश में एक ऐसी जगह है जहां हनुमान जी भगवान नहीं बल्कि डॉक्टर हैं. यहां उन्हें डॉक्टर हनुमान के नाम से जाना जाता है.
Famous temple-मध्यप्रदेश के भिंड़ जिले में भगवान हनुमान का प्रसिद्ध ऐतिहासिक मंदिर मौजूद है. यह अनोखा धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां दर्शन करने से बीमारियां ठीक हो जाती है. साल में एक बार बड़ा मंगल के दिन यहां विशाल मेले का आयोजन किया जाता है.
इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां खुदाई चल रही थी इसी दौरान आकाशवाणी हुई. काशवाणी में कहा गया कि जहां आप खुदाई कर रहे हैं वहां भगवान हनुमान की प्रतिमा है. इसके बाद जब और खुदाई की गई तो उसमें से हनुमान जी की सखी वेश धारण किए मूर्ति निकली.
ग्रामीणों ने इस मूर्ति को चबूतरे पर स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा की. मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद विशाल हवन और भंडारे का आयोजन किया गया.
आयोजन के दौरान वहां मौजूद एक भक्त को असहनीय दर्द होने लगा. फिर से एक बार आकाशवाणी हुई कि युवक को हनुमान जी का बंधन और भभूति लगाने पर वो ठीक हो जाएगा.
इसके बाद जब युवक को मिते बाबा ने हवन से भभूति निकालकर लगाई, माथे पर हनुमान जी का बंधन लगाया तो वह ठीक हो गया. उसके बाद धाम का दर्दहरउआ पड़ गया. बाद में इसका नाम दंदरौआ पड़ गया.
इस मंदिर की दूसरी मानता है कि जब रावण सीता मातो को हर ले गया था तो उस वक्त अशोक वाटिका में कोई पुरुष नहीं पहुंच पा रहा था. उस वक्त भगवान हनुमान ने सखी का वेश धारण कर अशोक वाटिका में प्रवेश किया था. उस दिन भादो के महीने का अंतिम मंगलवार था. इसी वजह से यहां बुढ़वा मंगल का विशेष महत्व है.
दंदरौआ धाम के सखी हनुमान को लोग डॉक्टर हनुमान के नाम से पूजते हैं. यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के रोगों का हरण होता है. दावा किया जाता है कि कैसा भी रोग हो डॉक्टर हनुमान सारे रोग ठीक कर देते हैं.
बीमारी से पीड़ित लोग यहां बड़ी तादाद में अपनी अर्जी लगाने के लिए आते हैं, सैकड़ों लोग हर साल दुर्लभ बीमारियों से यहां निजात पाते हैं. यही कारण है कि लोग इस स्थान को डॉक्टर हनुमान के नाम से पूजते हैं.