दिवाली के बाद कब है भाई दूज, यहां जानें सही डेट और महत्व
Bhai Dooj 2024: हिंदू धर्म में भाई दूज का विशेष महत्व है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और उन्हें मिठाई खिलाती हैं. इस साल दिवाली 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों दिन मनाई जा रही है, जिसके चलते लोग भाई दूज की तिथि को लेकर असमंजस में हैं. ऐसे में भाई दूज कब है और तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त क्या है, आइए एस्ट्रोलॉजर डॉ.रुचिका अरोड़ा से जानते हैं.
रक्षाबंधन की तरह भाई दूज का त्योहार भी भाई-बहनों को समर्पित है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और उन्हें मिठाई खिलाती हैं. आइए एस्ट्रोलॉजर डॉ. रुचिका अरोड़ा से जानते हैं कि इस साल भाई दूज कब मनाया जाएगा.
भाई दूज के दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं.
कब है भाई दूज
हर साल भाई दूज का त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल कार्तिक मास की द्वितीया तिथि 2 नवंबर को रात 8:22 बजे से शुरू होगी जो 3 नवंबर को रात 10:06 बजे तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर को मनाया जाएगा.
भाई दूज पर पूजा का सबसे अच्छा समय 11:45 बजे तक रहेगा. क्योंकि इस दिन सुबह 11:39 बजे तक सौभाग्य योग रहेगा. इसके बाद शोभन योग शुरू हो जाएगा.
भाई दूज का महत्व
शास्त्रों के अनुसार कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि को यमराज अपनी बहन के घर गए थे, जहां उनकी बहन ने उनका बहुत अच्छे से स्वागत किया था. इस आतिथ्य से प्रसन्न होकर यमराज ने वरदान दिया था कि जो भाई-बहन इस दिन यमुना में स्नान कर यम का पूजन करेंगे वे मृत्यु के बाद यमलोक नहीं जाएंगे.
भाई दूज से जुड़ी एक और कथा भी है. जब भगवान कृष्ण नरकासुर का वध करके द्वारका लौटे तो उनकी बहन सुभद्रा ने उनका स्वागत बेहद खास तरीके जैसे फूलों, मिठाइयों और जलते हुए दीपों से किया था.
इस दिन सुभद्रा ने भगवान कृष्ण के माथे पर तिलक लगाया था और उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना की थी. ऐसा माना जाता है कि तभी से भाई दूज मनाने की परंपरा शुरू हुई.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. Zee News किसी भी तरह की मान्यता, सूचना की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)