Crime: पिता के पलंग पर सोने से ऐसे गई जवान बेटे की जान, सीहोर की घटना ने पूरे गांव को चौंकाया
Madhya Pradesh News: सीहोर जिले के खानपुरा गांव में 11 मार्च को हुई युवक की मौत के बाद पूरा घर सदमे में था. जब शुक्रवार को पुलिस ने हत्या का खुलासा किया तो पूरा गांव चौंक गया. पुलिस ने बताया कि घटना के दिन जिस जगह पिता नरेंद्र मंडलोई सोते थे. उस दिन उस पलंग पर बेटा रोशन सो गया था...
MP NEWS: सीहोर जिले में शुक्रवार को एक ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. खानपुरा गांव में 11 मार्च को 3 अज्ञात बदमाशों ने घर में सो रहे रोशन मण्डलोई की गोली मारकर हत्या कर दी थी. रोशन की मां रानी बाई मण्डलोई ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया था कि रात में बेटा रोशन घर के बाहर पलंग पर सो रहा था. अचानक पटाके चलने की आवाज आई. घर के बाहर आकर देखा तो तीन लड़के एक बाइक से भाग रहे थे.
मां ने बताया था कि जब पलंग पर सो रहे बेटे रोशन पर नजर डाली तो हैरान रह गए. रोशन लहूलुहान था. सिर से खून निकल रहा था. बाद में पड़ोस के लोगों की मदद से उसे अस्पताल लेकर गए, लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस ब्लाइंड मर्डर के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों को खिलाफ केस दर्ज किया था. पुलिस के पास कोई और सुराग नहीं थी. हालांकि, अब पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए चौंकाने वाला खुलासा किया है.
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पिता के पलंग पर सो गया था बेटा
बुधनी एसडीओपी शशांक गुर्जर ने बताया कि रेहटी तहसील के ग्राम खानपुरा में सगे भाई ने आपसी रंजिश से अपने भाई को जान से मारने की सुपारी दी थी, जिसके लिए आरोपी नारसिंह ने 20,000 रुपए दिए थे. घटना के दिन जिस जगह पिता नरेंद्र मंडलोई सोते थे. उस दिन उस पलंग पर बेटा रोशन सो गया था. सुपारी किलर ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पिता को समझ कर बेटे को गोली मार दी. पुलिस ने मृतक के चाचा नारसिंह सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
इस तरह आरोपियों तक पहुंची पुलिस
घटना के दिन से ही जांच कर रही पुलिस को पूछताछ में रोशन मंडलोई के पिता नरेंद्र मंडलोई का भाई नारसिंह से झगड़े की बात सामने आई थी. यह एक पुरानी और घरेलू रंजिश थी. पुलिस ने गहराई से जांच की तो पता चला कि नारसिंह ने औबेदुल्लागंज के रहने वाले नारायण केवट को 20 हजार रुपए का लालच दिया. यही नहीं भाई को मारने के लिए नारसिंह ने किलर को देशी कट्टा भी उपलब्ध कराया. इसके बाद नारायण ने साथी अभिषेक और एक नाबालिग के साथ 11 मार्च को घटना को अंजाम दिया.
रिपोर्ट: दिनेश नागर, सीहोर