हत्या की गुत्थी सुलझाने पुलिस ने उठाया अजीब कदम, भविष्य बताने वाले पंडोखर सरकार से मांग ली मदद
एमपी की छतरपुर पुलिस ने ऐसा कमाल किया जिसकी पुलिस विभाग में चर्चा हो रही है. पुलिस ने हत्या के कातिल को पकड़ने के लिए साधु-संतों की मदद ली और उनके आधार पर आरोपी को गिरफ्तार करने का दावा भी कर दिया.
हरीश गुप्ता/ छतरपुर: कहते हैं कि एमपी अजब है लेकिन छतरपुर पुलिस ने इसी कहावत को सही साबित कर दिया. दरअसल, बमीठा थाना पुलिस एक युवती के हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिये भविष्य बताने वाले साधु संतो के दरबार मे पहुंच गई. पिछले महीने ओटापुरवा गांव में 28 तारीख को पुलिस को एक 17 साल की युवती का शव कुएं मे मिला था. मृतका युवती के परिजनों ने गांव के तीन लड़कों पर युवती की हत्या कर कुएं में फेंकने का आरोप लगाया था.
पुलिस भी कातिल को लेकर असमंजस में रही
पुलिस ने मृतका के परिजनों की शिकायत पर तीनों युवको को हिरासत मे लेकर पूछताछ की थी लेकिन यह तीनों युवको की लोकेशन घटना के दिन घटनास्थल पर नहीं मिलने से पुलिस इस मामले का खुलासा नहीं कर पा रही थी.
पंंडोखर सरकार की शरण में पहुंची पुलिस
फिर पुलिस ने भविष्य बताने वाले संत पंडोखर सरकार की शरण ली. थाने के एएसआई अनिल शर्मा ने इनके दरबार मे अर्जी लगाई तो पंडोखर सरकार ने पुलिस को हत्या के खुलासे के लिये कुछ क्लू दिए. इसी क्लू के आधार पर पुलिस ने तीनों लड़कों को छोड़ मृतका के चाचा तीरथ अहिरवार पर भतीजी की हत्या का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया.
परिजनों को नहीं पची पुलिस की कहानी
पुलिस ने खुलासे में दावा किया था कि आरोपी चाचा को भतीजी के चरित्र पर शंका थी. इसलिए उसने गला घोंटकर हत्या कर उसे कुएं मे फेंक दिया था लेकिन मृतका के परिजनों को पुलिस की यह कहानी पची नहीं और बमीठा थाना पुलिस इंचार्ज पंकज शर्मा के पास परिजन गये. तब उन्होंने पीडित के परिजनों को पंडोखर सरकार का यह वीडियो दिखा दिया जो इस हत्याकांड में तीनों युवको के अलावा किसी चौथे को भी हत्या में शामिल होने का क्लू दे रहे थे.
थाना इंचार्ज को किया लाइन अटैच
इसी वीडियो के आधार पर पीडित परिवार को पुलिस की यह कहानी पची नहीं और एसपी को इस मामले मे ज्ञापन देकर थाना पुलिस की इस हरकत की शिकायत की. तब एसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लेते, थाना इंचार्ज पंकज शर्मा को लाइन अटैच कर दिया है और एएसआई अनिल शर्मा को को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले के जांच के आदेश खजुराहो एसडीओपी को दिये हैंं.
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