Policeman Teaching Responsibility Lesson To Children। राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन। संघर्ष प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में आता है और उस संघर्ष से लड़कर व्यक्ति सफल होने का हर दम प्रयास भी करता है. उज्जैन के पंवासा थाना  (Ujjain Panwasa) के प्रभारी गजेंद्र पचोरिया (TI Gajendra Pachoriya) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल. जो किसी पुलिसकर्मी के जीवन का संघर्ष दिखा रहा है. इसमें दिख रहा है कि वर्दी पहने थाना प्रभारी पिता की भूमिका में किस तरह नजर आते हैं और अपने बच्चों को कैसे जिम्मेदारियों का पाठ पढ़ाते हैं.


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ड्यूटी जिम्मेदारियों का पाठ
वीडियो के माध्यम से 24 घंटे की ड्यूटी में तैनात रहने वाले पिता कैसे थके हारे होने के बावजूद घर पहुंच कविता के माध्यम से अपने मासूम बच्चों को जीवन में संघर्ष से लड़ कर आगे बढ़ने का पाठ पढ़ा रहे है. बच्चों से कह रहे हैं.


देखिए VIDEO



क्या है कविता के बोल
तुम मेरे बेटे बेटी हो, क्यों सोचों राह सरल होगी, कुछ ज्यादा वक्त लगेगा संघर्ष जरूर सफल होगा. हर संकट का हल होगा आज नहीं तो कल होगा.


बच्चे भी नहीं हैं पीछे
पिता ही नहीं इनके बच्चे भी कम नहीं हैं. थाना प्रभारी की 7 वर्षीय बेटी है अनोमा और 4 वर्षीय बेटा है परमार्थ जिन्हें वे सुर्खियों में आई एक कविता को अपने अंदाज में सुना रहे है.


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'लोहा जितना तपता है उतनी ही ताकत भरता है, सोने को जितनी आग मीले वह उतना प्रखर निखरता है, हिरे को जितनी धार मिले वह उतना खूब चमकता है. मिट्टी का बर्तन तपता है तब धुन पर खूब खनकता है, सूरज जैसा बनना है तो सूरज जैसा जलना सीखो नदियों सा आदर पाना है, तो नदियों सा बहना सीखो और तुम मेरे बेटे बेटी हो क्यों सोचों राह सरल होगी कुछ ज्यादा वक्त लगेगा संघर्ष जरूर सफल होगा. हर संकट का हल होगा आज नहीं तो कल होगा.'


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वीडियो में हर पिता के लिए खास संदेश
थाना प्रभारी का पिता की भूमिका में ये अंदाज देख हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है. वीडियो हर उन माता पिता के लिए खास संदेश दे रहा है जो अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते और बच्चे राह भटक जाते है. ऐसे में थाना प्रभारी ने भी सभी से अपील की है कि वो अपने बच्चों के लिए समय निकाले जिससे उन्हें सही दिशा मिल पाए.