इंदौर में प्रवासी भारतीय फोरम का वर्चुअली शुभारंभ, जानिए कब और कैसे हुई इसकी शुरुआत
प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्देश्य अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच, अभिव्यक्ति और सकारात्मक बातचीत के लिए मंच उपलब्ध कराना है.
पुष्पेंद्र वैद्य/इंदौरः प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन इस मध्य प्रदेश के इंदौर में किया जाएगा. शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीय फोरम का वर्चुअली शुभारंभ किया. सीएम ने कहा कि यह इंदौर के लिए दुर्लभ अवसर है और इंदौर प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए तैयार है.
इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन इंदौर में 8-10 जनवरी 2023 को किया जाएगा. सीएम ने जबलपुर से वर्चुअली इंदौर प्रवासी भारतीय फोरम का शुभारंभ किया. इस दौरान इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में वर्चुअली चर्चा आयोजित की गई जिसमें 200 से ज्यादा प्रवासी ऑनलाइन जुड़े और 100 लोग मौके पर मौजूद रहे. इस अवसर पर मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, मेयर पुष्यमित्र भार्गव, अधिकारी और अन्य जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद थे.
जानिए कब से और क्यों किया जाता है प्रवासी सम्मेलन का आयोजन
बता दें कि भारत सरकार द्वारा हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस के तौर पर मनाया जाता है. दरअसल महात्मा गांधी इसी दिन साल 1915 में दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापस आए थे. उन्हीं के सम्मान में हर साल 9 जनवरी को प्रवासी दिवस मनाया जाता है. साल 2003 में प्रवासी भारतीयों को देश से जोड़ने के मकसद से दिल्ली में 9-11 जनवरी तक पहली बार प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने इसकी शुरुआत की थी. उसके बाद से हर साल जनवरी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. इस दौरान अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि पाने वाले भारतवंशियों को सम्मानित किया जाता है.
प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्देश्य अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच, अभिव्यक्ति और सकारात्मक बातचीत के लिए मंच उपलब्ध कराना है. साथ ही दुनिया के सभी देशों में अप्रवासी भारतीयों का नेटवर्क बनाना और युवा पीढ़ी को देश से जोड़ना है.
सीएम बोले- इंदौर को सबसे समृद्ध बनाना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश की प्रतिभाएं देश-दुनिया में धूम मचा रही हैं. उसी तरह से पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत देश दुनिया में धूम मचा रहा है. हम सभी एमपी के निवासी और देश दुनिया में रहने वाले इंदौरी मिलकर मध्य प्रदेश और इंदौर को दुनिया का सबसे समृद्ध शहर बनाने में सहयोग करेंगे. जिस तरह से आत्मनिर्भर भारत का निर्माण किया जा रहा है, उसी तरह से एमपी में भी आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने का काम कर रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इंदौर के लिए दुर्लभ समय है. प्रवासी भारतीयों को इंदौर के होटल में रुकने के स्थान पर होम स्टे की भी व्यवस्था की जाए. अतिथि भगवान का रूप होते हैं और इंदौरी इसके लिए तैयार हैं. कई संस्थानों द्वारा प्रवासी भारतीय को उनके यहां आने पर डिस्काउंट और निशुल्क सेवाएं भी उपलब्ध कराने की सहमति दी गई है.
मेयर ने कहा- दुनिया की इंदौर पर नजर
मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर स्वच्छता में नंबर वन शहर है इसलिए इसका चयन प्रवासी सम्मेलन के लिए किया गया है. साथ ही इंदौर ने स्वच्छता के लिए जिस तरह से जनसंवाद, जनभागीदारी से हर मोर्चे पर काम किया है, उसी का परिणाम है कि देश दुनिया की नजर इंदौर पर है. प्रवासी सम्मेलन के आयोजन को किस तरह ऐतिहासिक बनाया जाए, इस पर प्रवासियों से चर्चा की गई.