आकाश द्विवेदी/भोपाल: अधीर रंजन चौधरी की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर टिप्पणी के बाद राजनीति गरमाई हुई है. हालांकि उन्होंने अपने भाषा लिए माफी मांग ली है. इस बीच मध्य प्रदेश से मध्य प्रदेश से राष्ट्रपति पद को जेंडर न्यूट्रल घोषित करने की मांग उठने लगी है. नेता देवाशीष जरारिया ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस संबंध में एक पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के जरिए महामहिम से राष्ट्रपति के पद को लैंगिक तटस्थ करने की अपील की है.


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राष्ट्रपति पद को लैंगिक तटस्थ जेंडर न्यूट्रल करने की मांग
कांग्रेस नेता ने देवाशीष जरारिया अपने पत्र में लिथा कि जब कोई पद लैंगिकता प्रदर्शित कर रहा हो तो उसे लैंगिक तटस्थ शब्द से बदल देना उचित हैं. उन्होंने इसके लिए कुछ उदाहरण भी दिए. पत्र में उन्होंने हताया कि अंग्रेजी में Chairman शब्द के स्थान पर Chairperson का इस्तेमाल किया जाने लगा है. वहीं Batsman के स्थान पर Batter शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है.


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कांग्रेस नेता ने क्यों रखी ये मांग
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से निवेदन करते हुए कांग्रेस नेता ने देवाशीष जरारिया ने कहा कि महोदया आपसे निवेदन है भारत में आपके पश्चात भी अनेको भारतीय महिलाएं देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होंगी, इस बेवजह के विवाद को हमेशा के लिए समाप्त करने हेतु आप स्वयं आगे आए और राष्ट्रपति शब्द को किसी लैंगिक तटस्थ (Gender Neutral) शब्द से बदल दें.


अधीर रंजन की टिप्पणी पर मांगी मांफी
देवाशीष जरारिया ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अधीर रंजन की विवादित टिप्पणी पर भी मांफी मांगी. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि मेरी राजनैतिक पार्टी कांग्रेस के लोकसभा के नेता माननीय अधीर रंजन चौधरी जी द्वारा, संसद में आपको संबोधित करने के दौरान लैंगिक त्रुटि हुई. इस भाषाई त्रुटि के लिए उन्होंने तत्काल माफी भी मांगी और देश का नागरिक एवं पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी आपसे क्षमाप्रार्थी हूं.