रैगांव उपचुनावः बीजेपी का बड़ा दांव, बागी हुए राजी, यह दिग्गज नेता निकालेंगे अपना नामांकन
रैगांव के रण में भाजपा ने रूठो को मनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया और अब रूठे मान भी गए हैं.
सतनाः मध्य प्रदेश की चार सीटों पर हो रहे उपचुनावों के लिए बीजेपी और कांग्रेस अब अपने-अपने रूठों को मनाने का काम जारी है. पहले कांग्रेस ने जोबट में अपने बागी प्रत्याशी दीपक भूरिया को मना लिया तो अब बीजेपी ने भी सतना में अपने बागियों को नामांकन फार्म निकालने के लिए राजी कर लिया है. बताया जा रहा है कि रैगांव में बीजेपी के सभी बागी प्रत्याशी 13 अक्टूबर को अपना नामांकन वापस ले लेंगे.
रैगाव में भाजपा के बागी हुए राजी
रैगांव के रण में भाजपा ने रूठो को मनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया और अब रूठे मान भी गए हैं. 13 अक्टूबर को कथित बीजेपी के बागी चुनावी समर से अपना नामांकन वापस लेंगे. पुष्पराज बागरी, वंदना बागरी, देवराज और राकेश कोरी अब अपना नामांकन पत्र निकाल लेंगे. अगर ये सभी लोग अपना नामांकन वापस ले लेते हैं तो फिर चुनाव में बीजेपी का कोई भी नेता बागी प्रत्याशी के तौर पर मैदान में नहीं होगा.
मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह को मिली थी जिम्मेदारी
दरअसल, बीजेपी के रूठो को मनाने की जिम्मेदारी भाजपा ने खनिज मंत्री बृजेन्द्र सिंह और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र सिंह को सौंपी थी. जिसके बाद दोनों नेताओं ने बीजेपी के बागी नेताओं से मुलाकात की और उन्हें नामांकन फार्म निकालने के लिए राजी कर लिया. जिसके बाद दिवंगत बीजेपी विधायक जुगल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज बागरी, पुत्र बधू वंदना देवराज बागरी ने अपने तेवर नरम किये और अपना नामांकन वापस लेने की बात कही, इसके अलावा राकेश कोरी भी अपना नामांकन पत्र वापस लेने को तैयार हो गए हैं.
बताया जा रहा है कि 13 अक्टूबर यानि कल नामांकन वापसी का आखिरी दिन है ऐसे में तीनों बागी कल दोपहर नामांकन वापस लेने सहमति व्यक्त की और पार्टी द्वारा दी गई जिमेदारी निभाने की बात कही. वहीं बागी नेताओं से मुलाकात के बाद मंत्री बृजेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा परिवार एक है, जिस परिवार का राजनीति में दबदबा रहा हो लेकिन टिकट उस परिवार में न मिले तो तकलीफ तो होती है. लेकिन पार्टी का निर्णय सभी को मान्य होता है, अब सब ठीक होगा, जुगल दादा के परिवार के मान सम्मान में कभी ठेस नहीं होगी. क्योंकि उन्होंने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है. मंत्री ने कहा कि भाजपा से कोई बागी उम्मीदवार मैदान में नहीं होगा. क्योंकि दिलों की कड़वाहट दूर हो गई है.
बीजेपी की मुश्किल होगी कम
अगर बीजेपी के सभी बागी प्रत्याशी नामांकन फार्म वापस कर लेते हैं तो इससे बीजेपी की मुश्किलें रैगांव में कम हो जाएगी. जिसके बाद रैगांव में भी मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होगा. इसके अलावा बीजेपी ने बसपा के कई नेताओं को पहले ही बीजेपी में शामिल करा लिया है. हालांकि बागरी परिवार से ही जुड़े धीरेंद्र सिंह धीरू सपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में होंगे. जिससे मुकाबला रोचक होने की पूरी उम्मीद है.
ये भी पढ़ेंः पृथ्वीपुर उपचुनावः कांग्रेस नेत्री ने बीजेपी प्रत्याशी को बताया चाइना का माल, बोली- ज्यादा दिन नहीं चलेगा
WATCH LIVE TV