Chor Bazaar In MP: चन्द्रशेखर सोलंकी/रतलाम। रतलाम का रविवार खास है क्योंकि, यहां चोर बाजार सिर्फ रविवार को लगता है. 50 साल से भी ज्यादा समय पहले से लग रहे इस बाजार में पहले 10 से 15 जुगाड़ कबाड़ के दुकानदार हुआ करते थे. लेकिन, आज अब इस रविवार को लगने वाले बाजार में 400 से ज्यादा दुकानदार हैं. यह बाजार चोर बाजार के नाम से भी जाना जाता है. इस बाजार में कई बार कुछ चोरी के समान बिकने के मामले भी सामने आये हैं. 


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चोरी हुए समान की तलाश
इस बाजार में आने वाले लोग सिर्फ खरीदार नहीं बल्कि अपने चोरी हुए समान को तलाशने भी इस बाजार में आते हैं. ऐसे में पुलिस की निगाह भी इस बाजार पर रहती है. इस बाजार में अब सिर्फ जुगाड़ कबाड़ का सामान नहीं बल्कि फ्रिज, वाशिंग मशीन, सिलाई मशीन, एलईडी टीवी, गियर वाली सायकल, सहित जरूरत का हर समान यहां मिलता है.


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कई जगहों से शिफ्ट होकर कनेरी रोड पहुंचा
7 दिन में 1 दिन लगने वाले इस रविवार बाजार में सालों से जुड़े व्यापारी बताते हैं कि कैसे यह बाजार पहले शहर के व्यस्ततम इलाके चांदनी चौक में लगता था. इसके बाद नगर निगम ने इसे हटाया तो हाट रोड पर यह बाजार लगने लगा. ट्रैफिक समस्या बढ़ी तो इस रविवार बाजार को यहां से भी हटाया गया. ऐसे में अमृत सागर तालाब के किनारे यह रविवार मार्किट लगने लगा. यहां से भी इस बाजार को निगम ने हटाया और फिर यह रविवार मार्किट शहर के बाहर त्रिवेणी मेला मैदान में जा पहुंचा. लेकिन यहां से हटने के बाद अब यह बाजार हाल फिलहाल कनेरी रोड पर जारी है.


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रोजगार का मौका भी देता है बाजार
अब यह रविवार बाजार सिर्फ बाजार नहीं बल्कि रतलाम की पहचान और विरासत के रूप में उभरने लगा है. अब यहां चोरी का समान शायद मिलता हो लेकिन कई लोगों के लिए रोजगार का अच्छा प्लेसमेंट भी बनता जा रहा है. कई बेरोजगार भी इस जगह से अपनी आजीविका चलाने का मौका तलाशते हैं. अब तो लोगो की मांग भी उठने लगी है कि इस बाजार को नगर निगम से स्थायी जगह मिल जाये तो कई ऐसे छोटे व्यापारियों को अपनी गुजर बसर का सहारा मिल जाएगा.