चंद्रशेखर सोलंकी/रतलामः रतलाम मेडिकल कॉलेज (Ratlam Medical College) में रैगिंग (Ragging) मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. जिसमें 7 छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही उन्हें एक साल के लिए कॉलेज से बाहर कर दिया गया है. 4 अन्य छात्रों को भी 6 महीने के लिए कॉलेज से बाहर किया गया है. कॉलेज प्रशासन द्वारा अब सीनियर और जूनियर छात्रों को अलग-अलग बिल्डिंग में रहने की व्यवस्था की जा रही है.


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बता दें कि रतलाम मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ सीनियर छात्र जूनियर छात्रों को लाइन में खड़ा कर उन्हें थप्पड़ लगाते नजर आ रहे हैं. किसी छात्र ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मामला बढ़ने के बाद कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए. जांच में दोषी पाए जाने के बाद आरोपी छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. 


रतलाम शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने जी मीडिया को बताया कि रैगिंग का वीडियो संज्ञान में आने के बाद जांच की गई. जांच में पता चला कि वीडियो 3-4 दिन पुराना है. इसके बाद 7 छात्रों के खिलाफ नामजद एफआईआर करवाई गई है. साथ ही इन छात्रों को एक साल के लिए कॉलेज से बाहर कर दिया गया है. इसके अलावा 4 अन्य छात्रों को, जो रैगिंग में सहयोगी रहे, उन्हें भी 6 महीने के लिए कॉलेज से बाहर कर दिया गया है. 


कॉलेज प्रशासन ने भविष्य में भी रैगिंग को रोकने के लिए जूनियर और सीनियर स्टूडेंट्स की अलग-अलग रहने की व्यवस्था बनाने का फैसला किया है. साथ ही कॉलेज में एक समिति भी बनाई गई है जो इस रैगिंग आदि पर निगरानी भी रखेगी. बता दें कि इस बीच इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भी रैगिंग का मामला सामने आया है. जिसमें एक छात्रा ने यूजीसी हेल्पलाइन पर शिकायत की थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. दोषी छात्रों के खिलाफ वहां भी सख्त कार्रवाई की जा सकती है.