चंद्रशेखर सोलंकी / रतलाम: शहर में सड़क किनारे सब्जी विक्रेताओ को शहर से बाहर किये जाने के आदेश को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. अभी से सब्जी विक्रेताओं सड़को पर प्रदर्शन करने निकल पड़े हैं और उन्‍होंने नारेबाजी की. साथ ही जो कुछ सब्जी विक्रेता सब्जी बेच रहे थे उनकी दुकान बंद कार्रवाई. बता दें कि सब्जी विक्रेता विधायक चेतन काश्यप के कार्यालाय के बाहर पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी. सब्जी विक्रेताओं ने विधायक कार्यालाय के बाहर चेतावनी दी कि यदि हमें परेशान किया गया तो हम भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने जहर खा लेंगे और अपने बच्चों को भी जहर दे देंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जिले में बुधवार सुबह फुटकर या रिटेल सब्जी विक्रेताओं ने शासकीय कृषि उपज सब्जी मंडी में जमकर हंगामा किया. रिटेल सब्जी विक्रेताओं का आक्रोश इस कदर फूटा कि उन्होंने कृषि उपज मंडी में खरीदारी करने आए लोगों की सब्जियां छीनकर उसे सड़क पर फेंक दीं. 


इस दौरान रिटेल सब्जी विक्रेताओं और सब्जी ले जाने वाले लोगों के बीच झूमा-झटकी और विवाद तक हो गया. मामले को संभालने के लिए पुलिस को बीच-बचाव कर लोगों को रिटेल सब्जी विक्रेताओं से छुड़वाना पड़ा. बता दें कि आक्रोशित सब्जी विक्रेताओं ने लोगों की गाड़ियां भी गिरा दीं. स्थिति इतनी ज्‍यादा बिगड़ गई कि मंडी में पुलिस बल बुलवाना पड़ा और तब जा कर मामला शांत हुआ.


दरअसल सब्जी विक्रेताओं का आक्रोश इस बात पर फूटा कि शासकीय कृषि उपज सब्जी मंडी से सिर्फ शहर के सब्जी विक्रेताओं को ही थोक के भाव में सब्जि‍यां दीं जाना चाहिए, लेकिन शासकीय कृषि उपज मंडी में आम लोग और बगैर लाइसेंसी सब्जी विक्रेता भी घुस जाते हैं और थोक के भाव में सब्जियां को ले जाते हैं.


सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि ऐसे में लोग जब मण्डी से थोक के भाव में सब्जियां खरीद कर ले जाएंगे तो रिटेल सब्जी विक्रेताओं के पास सब्जियां लेने कौन आएगा. वहीं थोक भाव में सब्जियां लेने के बाद जब वो रिटेल सब्जी विक्रेताओं के पास सब्जियां लेने आते हैं तो विवाद करते हैं. वो कहते हैं कि मंडी में सब्जियां सस्ती हैं तो तुम क्यों महंगी बेच रहे हो. विक्रेताओं की शिकायत है कि यदि हम थोक के भाव में सब्जी बेचेंगे तो मुनाफा कैसे मिलेगा?


रिटेल सब्जी विक्रेताओं में प्रशासन की नई व्यवस्था को लेकर भी काफी दिनों से आक्रोश था. कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम ने जिले का प्रभार संभालने के बाद ही दिन में जाम लगने और यातायात बाधित होने की समस्या के बाद शहर में सड़क के किनारे सब्जी बेच रहे सब्जी-विक्रेताओं को शहर से बाहर खाली जमीन पर जाने का आदेश दे दिया था. 


पहले ये आदेश 24 अप्रैल से लागू होना था, फिर ये टाला गया और 1 मई से इसे लागू करने को कहा गया और अब 5 मई की डेट इसके लिए फाइनल कर दी गयी है, लेकिन शहर में अस्थायी सब्जी मंडी और बीच बाज़ार सड़क किनारे सब्जी बेचने वालों में नाराजगी इस बात पर भी थी कि शहर से बाहर सब्जी लेने कौन आएगा? ऐसे में इस आक्रोश के बीच मंडी में आम लोगों को सब्जी थोक के भाव में देने के मामले ने तूल पकड़ा लिया और बुधवार को रिटेल सब्जी विक्रेताओं का सारा गुस्सा लोगों पर फुट पड़ा.


पुलिस द्वारा स्थिति नियंत्रण में लेने के बाद एसडीएम राजेश शुक्ला मंडी पहुंचे. जहां रिटेल सब्जी विक्रेताओ ने एसडीएम से कुछ मांगे रखी, जिसमें फुटकर सब्जी विक्रेताओं की प्रमुख मांग ये रही कि -शासकीय कृषि उपज सब्जी मंडी में रिटेल में किसी को सब्जी नहीं मिलें. 
-सिर्फ लाइसेंसी रिटेल सब्जी विक्रेताओं को ही सब्जियां दी जाएं. - -रिटेल सब्जी विक्रेताओं को जो नया स्थान नगर निगम आवंटित करेगी वहां बिजली पानी की व्यवस्था की जाएझ
-महिला रिटेल सब्जी विक्रेताओं के लिए इन सभी जगहों पर महिला शौचालय बनवाए जाएं. 
-सब्जी विक्रेताओं को जगह का आवंटन सही तरह से विधिवत करें ,उसमें विवाद की स्थिति पैदा न हो.
-लंबे समय से सब्जी बेच रहे विक्रेताओे को ही यहां जगह दी जाए, कोई अन्य व्यक्ति यहां अपने आप को सब्जी वाला बताकर कब्ज़ा ना कर सके.


फिलहाल एडीएम ने शासकीय सब्जी मंडी में रिटेल में सब्जियां नहीं बिकने पर कल से कार्रवाई करने की बात कही है. कल से इस व्यवस्था में सिर्फ लाइसेंसी सब्जी विक्रेता ही मंडी से थोक भाव में सब्जियां लेंगे ,वहीं शहर में कोई सब्जियां नहीं बेच सकेगा, न ठेला चला सकेगा, सिर्फ तय किये गए 4 नियत स्थानों में ही सब्जियां बिकेगी.