रीवा में पंचायत सचिव पर लाखों रुपए बंदरबांट करने का आरोप, जांच के नाम पर लापरवाही
रीवा के हनुमाना जनपद के ग्रामों में सचिव और सरपंच पर भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. जहां पर खटखरी ग्राम पंचायत के सचिव पर गांव वालों ने 60 लाख से अधिक रुपए के भष्ट्राचार का आरोप लगाया है. पूरे मामले पर जनपद सीईओ का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
अजय मिश्रा/रीवाः एक तरफ जहां सरकार के द्वारा भ्रष्टाचार के नाम पर नोएडा में बनी 800 करोड़ की बिल्डिंग को कुछ ही संकेड में ध्वस्त कर दिया गया. वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के रीवा जिले के ग्राम पंचायतों में सचिव और सरपंच द्वारा भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. यहां ग्राम पंचायत के लोगों द्वारा शिकायत करने के बाद भी अधिकारी कर्मचारी के द्वारा उस पर ध्यान नहीं दिया जाता है और जांच में हीलाहवाली कर दी जाती है.
ग्राम सचिव पर 60 लाख से अधिक के भ्रष्टाचार का आरोप
जिले के हनुमाना जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत खटखरी से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर गांव के लोगों ने सचिव रामाश्रय उपाध्याय पर 60 लाख से भी अधिक के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. गांव के ही निवासी प्रदीप शर्मा ने अपने ग्राम पंचायत सचिव पर कई लाख रुपया बंदरबांट करने का आरोप लगाया है और कार्रवाई करने के लिए जनपद पंचायत हनुमाना के सीईओ अजय सिंह को शिकायत पत्र दी है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
आपको बता दें कि जांच कर कार्यवाही करने के लिए शिकायतकर्ता ने रीवा कलेक्टर,जिला पंचायत सीईओ,जनपद पंचायत सीईओ को कई बार शिकायत पत्र सौप चुका है. लेकिन अब तक भ्रष्टाचारी सचिव के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है. ग्रामीणों का आरोप है की ग्राम पंचायत में बने शासकीय हाई स्कूल कन्या में बाउंड्री वाल तो नहीं बनाई गई. लेकिन बाउंड्री वॉल के नाम पर 3 लाख रूपए निकाल लिए गए. साथ ही साथ कई ऐसे काम है जो जमीनी स्तर में कराए ही नहीं गए लेकिन उसके पैसे निकाल लिए गए. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला कार्यालय से लेकर तहसील कार्यालय तक कर चुके है. लेकिन अब तक इस भ्रष्टाचारी सचिव पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई
वहीं इस पूरे मामले को लेकर हनुमाना जनपद पंचायत के सीईओ अजय सिंह ने उपयंत्री को शिकायत पत्र के आधार पर जांच करने के निर्देश दिए और उपयंत्री से 1 सप्ताह के भीतर जांच प्रतिवेदन मांगा है. जनपद सीईओ का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच कराई जा रही है. जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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