Rewa Lok Sabha Chunav Result: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले 4 चरणों के मतदान में दूसरे चरण के लिए 6 सीटों में 26 अप्रैल, दिन शुक्रवार को वोटिंग हुई. राज्य में कुल 58 फीसदी से ज्यादा वोट पड़े. इस चरण में रीवा सीट भी शामिल रही. यहां की जनता ने अपने अधिकार का उपयोग करते हुए लगभग 49% मदतान किया. यहां से भाजपा ने जर्नादन मिश्रा को और कांग्रेस ने नीलम अभय मिश्रा को मैदान में उतारा था. इनके भाग्य का फैसला जनता ने कर दिया है. अब परिणाम सबसे के सामने 4 जून को आएंगे. इससे पहले आइये जानते हैं इस सीट के पुराने रिजल्ट, समीकरण और इतिहास.

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कौन-कौन है प्रत्याशी?
रीवा से भारतीय जनता पार्टी ने अपने वर्तमान सांसद जर्नादन मिश्रा को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व विधायक नीलम अभय मिश्रा को जीत की जिम्मेदारी दी है. नीलम पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस में थीं. 2023 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता लेकिन चुनाव से ठीक पहले वो कांग्रेस में आ गई थीं.


पिछले रिजल्ट
रीवा के चुनावी इतिहास में कांग्रेस 1967 के बाद से ही कमजोर है. 1962 में हुए चुनाव के बाद यहां से कांग्रेस को कभी भी लगातार 2 जीत नहीं मिली है. पिछले 40 साल में कांग्रेस यहां से केवल एक जीत हासिल कर पाई है. वहीं बीएसपी ने यहां से 3 चुनाव जीते हैं.

2019 लोकसभा चुनाव
बीजेपी के जनार्दन मिश्रा को 583769 यानी 57.61 फीसदी वोट मिले थे. उनके सामने चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के सिद्धार्थ तिवारी को 270961 यानी 26.74 फीसदी वोट मिले
2014 के लोकसभा चुनाव
भारतीय जनता पार्टी के जनार्दन मिश्रा को 383320 यानी 46.78 फीसदी वोट मिले थे. जबकि, कांग्रेस के सरतेंदु तिवारी को जनता ने 214594 यानी 26.19 वोट दिए थे.

विधानसभा वार स्थिति


विधानसभावार स्थिति

विधानसभा

विधायक

पार्टी

सिरमौर

दिव्यराज सिंह

बीजेपी

सेमरिया

अभय मिश्रा

कांग्रेस

त्योंथर

सिद्धार्थ तिवारी

बीजेपी

मनगवां

नरेंद्र प्रजापति

बीजेपी

गुढ़

नागेंद्र सिंह

बीजेपी

रीवा

राजेंद्र शुक्ल

बीजेपी

मऊगंज

प्रदीप पटेल

बीजेपी

देवतालाब

गिरीश गौतम

बीजेपी


क्या है सीट का गणित
रीवा में कुल वोटर 1679534 हैं. इसमें पुरुष और 895347 और महिला वोटर- 784176 हैं. 2019 में हुई मतगणना की बात करें तो इलाके में 1014632 वोट पड़े थे. यानी इलाके में कुल 60.41 वोट फीसदी वोट पड़े. वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव में यहां 66.93 वोट पड़े थे. इलाके की 8 में से 7 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया था. जबकि, 1 सीट पर कांग्रेस को कामयाबी मिली थी. लोकसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी 16.22% और अनुसूचित जनजाति 13.19% के करीब है. यहां ब्राह्मणों और ठाकुरों का अच्छा खासा वर्चस्व है.