Rewa News: मोबाइल और किताबों से छात्रों ने की जमकर नकल, Video Viral होने पर एक्शन में विभाग
रीवा जिले के त्योंथर तहसील क्षेत्र के टीडी महाविद्यालय से विद्यार्थियों के नकल का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि छात्र कैसे नकल कर रहे हैं. मामला की जानकारी होने के बाद प्रशासन कॉलेज में जांच करने के लिए पहुंचा है.
रीवा: त्योंथर तहसील क्षेत्र के टीडी महाविद्यालय से विद्यार्थियों के नकल का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि छात्र कैसे नकल कर रहे हैं. मामला की जानकारी होने के बाद प्रशासन कॉलेज में जांच करने के लिए पहुंचा. वहीं प्रचार्य ने कुलसचिव को पत्र लिखकर अपनी सफाई दी है. उनके पत्र के अनुसार नेहरू महाविद्यालय का सेंटर उनके कॉलेज में बनाया गया था, जहां का प्रबंधन उनपर नकल के लिए दबाव बना रहा था. फिलहाल उच्च शिक्षा विभाग की टीम की मामले की जांच कर रही है.
एलएलबी की परीक्षा में हो रही थी नकल
दरअसल चाक घाट में स्थित टीडी महाविद्यालय में एलएलबी की परीक्षा संपन्न कराने के लिए अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा सोहागी में संचालित नेहरू महाविद्यालय का सेंटर सौपा गया था, जहां परीक्षा दे रहे छात्रों ने हाथ में मोबाईल और किताब लेकर वकायदा नकल करते हुए परीक्षा दी, जिसका अब एक वीडियो सोशल मीडिया मे तेजी के साथ वायरल हो रहा है. वीडियो में विद्यार्थी नकल करते देखे जा रहे हैं.
टीडी महाविद्यालय प्रबंधन ने दी सफाई
नकल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चाकघाट में स्थित टीडी महाविद्यालय प्रबंधन के द्वारा कुल सचिव को एक पत्र लिखा गया, जिसमें महाविद्यालय प्रबंधन छात्रों के दौरान नकल किए जाने की बात को स्वीकार किया और पत्र में लिखा कि जिस नेहरू महाविद्यालय का सेंटर उनके महाविद्यालय में परीक्षा संपन्न कराने के लिए दिया गया है. उस नेहरू महाविद्यालय के प्रबंधन के द्वारा नकल कराने का दबाव बनाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: भोपाल में जुटेंगे फिल्ममेकर, लेखक, वैज्ञानिक; 22 अगस्त से नेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल
अब मामला कलेक्टर के पास पहुंचेने पर उन्होंने जांच शुरू कर दी है. मामले को लेकर संयुक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग पंकज श्रीवास्तव का कहना है कि वह उचित कार्यवाही करेंगे. आपको बता दें एक जमाना ऐसा भी था जब विंध्य क्षेत्र नकल का गढ़ माना जाता था तथा रीवा जिले में स्थित कई महाविद्यालयों में खुलेआम नकल कराई जाती थी. मगर बाद में प्रशासनिक तंत्र ने नकल में रोक लगाई.